हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद शरद पवार ने वापस लिया इस्तीफा, मार्गदर्शक और समर्थकों की अपील पर किया फैसला

मुंबई (ईएमएस)। एनसीपी कमेटी ने पार्टी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। 18 सदस्यों वाली कमेटी ने इस्तीफा नामंजूर किया है। मीटिंग के दौरान एनसीपी कमेटी ने कहा कि सक्रिय राजनीति में रहते हुए शरद पवार ही पार्टी अध्यक्ष बने रहे। इसके बाद शुक्रवार शाम को शरद पवार ने प्रेसवार्ता में अपना इस्तीफा वापस लेने की घोषणा कर दी।

पवार ने कहा कि मैंने एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। मैंने राजनीतिक जीवन में 66 साल पूरे कर लिए हैं। इतनी लंबी पारी के बाद आराम करना चाहता था। मेरे निर्णय की घोषणा के बाद कार्यकर्ताओं और लोगों में असंतोष की प्रतिक्रिया हुई। इसके बाद मेरे सलाहकारों ने कहा कि मुझे इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। मेरे समर्थक और मार्गदर्शक मुझसे अपना निर्णय वापस लेने का अनुरोध कर रहे थे। साथ ही पूरे भारत और महाराष्ट्र के राजनेता मुझसे वापस लेने का अनुरोध कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय और इन सभी मांगों पर विचार कर मैंने एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला वापस ले लिया है। भले ही मैं यह फैसला ले रहा हूं, मुझे लगता है कि पार्टी में नए नेतृत्व का निर्माण होना चाहिए और मैं इसके लिए काम करूंगा।

पवार ने कहा कि सभी के द्वारा की गई अपील को ध्यान में रखते हुए एवं समिति के निर्णय का सम्मान करते हुए मैं पद छोड़ने का अपना निर्णय वापस ले रहा हूं! कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं कर सकता हूं। भले ही मैं यह फैसला ले रहा हूं, मुझे लगता है कि पार्टी में नए नेतृत्व का निर्माण होना चाहिए और मैं इसके लिए काम करूंगा। राहुल गांधी, सीताराम येचुरी और अन्य कई ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता के लिए मेरी मौजूदगी जरूरी है।

अजित पवार के प्रेसवार्ता में नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पीसी में हर कोई नहीं आता है। पार्टी के सभी सीनियर नेता अजीत पवार सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता प्रस्ताव पारित करने में शामिल थे। मैंने अपने साथियों को भरोसे में नहीं लिया था, क्योंकि मुझे लगा था कि वे मुझे ऐसा नहीं करने देने वाले हैं। प्रतिक्रिया को देखते हुए मैंने अपना निर्णय वापस लिया है। पूरी टीम सक्षम है। मैंने उन्हें मौका देने के लिए इस्तीफा का फैसला लिया था।

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