
हार्दिक पांड्या ने एमएस धोनी के संन्यास के बाद से फिनिशर की भूमिका को बेहद अच्छे निभाया हैं. हाल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेली गयी वनडे और टी20I सीरीज में पांड्या ने अंतिम ओवरों में जिस तरह से मैच को फिनिश किया हैं, उसे देखकर सभी बेहद खुश हैं.
हार्दिक टीम इंडिया में एमएस धोनी के अंडर बेहद अच्छे से फिनिश के गुण सीखे हैं हालाँकि एमएस संन्यास के हार्दिक अब टीम के प्रमुख फिनिशर होंगे जबकि अन्य खिलाड़ियों को उनकी मदद करनी होगी. आज इस लेख में हम 5 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानेगे जो आईसीसी टी20 वर्ल्ड 2021 में हार्दिक के साथ फिनिशिंग की भूमिका निभा सकते हैं.
1) रविन्द्र जडेजा
रविन्द्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20I में भारत के लिए शानदार काम किया, महज 23 गेंदों पर 44 रनों की पारी खेली और भारत को 161 के कुल योग तक पहुंचने में मदद की, जो काफी साबित हुई क्योंकि मेहमान टीम ने 11 रनों से जीत दर्ज की.
उस पारी के दौरान जडेजा की 191.3 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट को निश्चित रूप से प्रबंधन और चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करना चाहिए था, जो उनके व्यक्तिगत प्रतिभा के साथ खेल जीतते हुए, उन्हें लगातार योगदान देने वाले के रूप में देख सकते हैं.
वह इस भूमिका के लिए सबसे प्रबल दावेदार हैं, जो मध्य चरण में 4 किफायती ओवर भी प्रदान कर सकते हैं. यदि वह नीडल या चोटों को दूर रख सकता है, तो उसके और हार्दिक के बाएं-दाएं संयोजन टीम के लिए अद्भुत काम कर सकते हैं और बढ़त हासिल कर सकते हैं.
2) ईशान किशन

झारखंड के इस मजबूत विकेटकीपर-बल्लेबाज ने दिखाया है कि वह टीम में एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं, अगर उन्हें विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी नहीं मिलती हैं. उन्होंने आईपीएल 2020 अभियान में एमआई के लिए उस भूमिका को खूबसूरती से निभाया.
13 पारियों में, किशन ने 57.33 की औसत से 516 रन बनाए और आईपीएल 2020 में 145.76 की अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट रही. यह पहलू भारत के दृष्टिकोण से पेचीदा है क्योंकि दोनों एक-दूसरे एक फ्रैंचाइज़ी के साथ 3 साल बिताने के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं. अगर भारत उन मौका देता है, तो 2 युवा बल्लेबाज एक शानदार जोड़ी बना सकते हैं और टीम के लिए खेल को असंभव परिस्थितियों से खत्म कर सकते हैं.
3) ऋषभ पंत

एक तेजतर्रार मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में अपनी छवि बनाने के बाद, पंत ने पिछले कुछ महीनों में अपनी कंसिस्टेंट प्रदर्शन न करने और प्रभावकारिता की कमी के साथ टीम में अपनी जगह खो दी हैं. इसके आलावा उनके लिए भूलने योग्य आईपीएल 2020 था क्योंकि वह सिर्फ एक ही अर्धशतक लगा सकते वह भी MI के खिलाफ फाइनल में उनके बल्ले से निकला.
भारत के लिए 27 टी20I में पंत ने 20.5 के औसत और 122.02 के स्ट्राइक रेट से 410 रन बनाए. उनेक आंकड़े देखने में उतने प्रभावशाली नहीं दिखते हैं, जितने वह प्रतिभाशाली हैं लेकिन अगर वर्ल्ड कप से पहले वह कंसिस्टेंट प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें हार्दिक का जोड़ीदार बनाया जा सकता हैं.
4) अब्दुल समद

कई लोग तर्क दे सकते हैं कि समद अभी भी बहुत अनुभवहीन है, जहां तक उसकी क्रिकेट जर्नी का संबंध है, लेकिन कोई इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकता कि वह अपने पहले आईपीएल सत्र में असाधारण रहे थे, जहां उन्होंने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों के खिलाफ उन्दा प्रदर्शन किया.
समद ने 8 पारियों में 27.20 की औसत और 170.76 की अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से 111 रन बनाए डीसी के खिलाफ क्वालीफायर 2 में रबाडा और नॉर्टजे के खिलाफ सिर्फ 16 33 गेंदों पर 33 रनों की ताबड़तोड़ पारी आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में हैं. युवा और बहुत अनुभवहीन होने के बावजूद, समद के पास सबसे बड़े मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिभा है और बल्ले और गेंद दोनों के साथ अपने राज्य और देश के लिए अहम योगदान देने में सक्षम हैं.
5) दीपक हूडा

बड़ौदा के इस ऑलराउंडर ने आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ी हैं. बल्ले के साथ उनके फ्री-फ्लो ने कई बार गेंदबाजी के बेहतरीन दबाव को झेला है और उन्होंने काफी तारीफ बटौरी हैं.
हालांकि हुड्डा आईपीएल 2020 में KXIP के लिए 5 पारियों में केवल 101 रन ही बना सके, लेकिन वह टीम के लिए संकट के समय आए और दबाव में शानदार प्रदर्शन किया. सीएसके के खिलाफ उनके आखिरी मैच में उनका फिनिशिंग क्रेडेंशियल्स के यादगार लम्हा था