अफगानिस्तान से मिली हार पर ये क्या बोल गए बटलर, कहा-विकेट बिल्कुल वैसा नहीं था जैसा हमने…

नई दिल्ली, । अफगानिस्तान ने गत चैंपियन इंग्लैंड को रविवार को 69 रन रन से हराकर एक बड़ा उलटफेर किया। इंग्लैंड के पास अफगानिस्तान के स्पिन की कोई तोड़ नहीं थी और दिल्ली में परिस्थितियों को अच्छी तरह से न समझ पाने के कारण इंग्लिश टीम को नुकसान उठाना पड़ा।

इंग्लिश टीम इस मैदान पर 285 के लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकी, जहां दक्षिण अफ्रीका-श्रीलंका मैच में 754 रन बने थे और भारत ने चार दिन पहले ही अफगानिस्तान के 272 रनों के लक्ष्य का आसानी से पीछा किया था।

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उदास दिख रहे जोस बटलर ने कहा, “देखिए, हम हमेशा सकारात्मक खेलना चाहते हैं और आक्रामक होना चाहते हैं और कुछ दिन आप उतना अच्छा नहीं खेल पाते जितना आप चाहते हैं।”

उन्होंने कहा, “हालांकि अफगानिस्तान ने हम पर अच्छा दबाव बनाया, लेकिन हो सकता है कि विकेट बिल्कुल वैसा नहीं था जैसा हमने सोचा था कि यह खेलेगा और हो सकता है ओस भी उतनी नहीं आई जितना हमने सोचा था। जाहिर है, हमारे स्पिनरों ने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की और अफगानिस्तान ने अच्छा प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान की टीम में कुछ शानदार स्पिनर हैं इसलिए यह हमेशा कठिन होने वाला था लेकिन हम वैसी साझेदारियां हासिल करने में कामयाब नहीं हो पाए जैसी हम चाहते थे।”

भारत-अफगानिस्तान के बीच खेले गए मैच के परिणाम ने भी इंग्लिश टीम के चयन को प्रभावित किया। धर्मशाला में, उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ खेल में पिच को सही तरीके से पढ़ा, मोईन अली के स्थान पर रीस टॉपले के रूप में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को शामिल किया, जबकि बांग्लादेश ने एक तीसरा स्पिनर चुना। दिल्ली में, वे इस तथ्य पर विचार करते हुए उसी एकादश पर अड़े रहे कि भारत ने भी रविचंद्रन अश्विन को बाहर कर शार्दुल ठाकुर को चुना था।

बटलर ने कहा, “हां, मोईन चयन के करीब थे और हां, चयन हुआ था… यहां पहले कुछ मैच देखने के बाद जाहिर है कि भारत अपने लाइनअप में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ गया था। हमने सोचा था कि विकेट वैसा ही खेलेगा। और इसी तरह और शायद दूसरे हाफ में ओस आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”

उन्होंने कहा, “लेकिन नहीं, मुझे लगता है कि हमारे पास जो भी लाइन-अप थी, वह खराब थी, बस हम आज उतने अच्छे नहीं थे और हमने पर्याप्त अच्छा नहीं खेला और इसका पूरा श्रेय अफगानिस्तान को जाता है, वे जीत के हकदार हैं। यह स्थितियाँ शायद बिल्कुल वैसी नहीं थीं, जैसा हमने सोचा, लेकिन मुझे लगता है कि हम वह साझेदारी हासिल करने में कामयाब नहीं हो पाए जो हम चाहते थे।”

रहमानुल्लाह गुरबाज़ की 57 गेंदों में 80 रनों की पारी ने अफगानिस्तान को मजबूती दी, जिसके बाद भारत में अपना पहला विश्व कप मैच खेल रहे इकराम अलीखिल (58) के अर्धशतक ने अफगानी टीम को वापसी दिलाई। उनकी पारी अफगानिस्तान को 284 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में अहम रही, जिसमें मुजीब उर रहमान और राशिद खान का भी अहम योगदान रहा। इसके बाद मोहम्मद नबी, मुजीब और राशिद की स्पिन तिकड़ी ने इंग्लैंड के 10 में से आठ विकेट लेकर अपनी टीम को 69 रन की शानदार जीत दिलाई।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें