अब अपने देश में ही होगी हवाई जहाज मेंटीनेंस वर्कशॉप, जेवर एयरपोर्ट के लिए खाली होंगे सात गांव

अब अपने देश में ही होगी हवाई जहाज मेंटीनेंस वर्कशॉप

लखनऊ। नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन का रास्ता साफ हो गया है। जून के आखिर तक 7 और गांव खाली हो जाएंगे। इन गांव वालों को टाउनशिप में शिफ्ट किया जाएगा। अगस्त में एयरपोर्ट का भूमि पूजन होना है। पीएम नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ स्वागत करेंगे। सन 2024 में एयरपोर्ट से उड़ान शुरू हो जाएगी। मेंटेनेंस वर्कशॉप के चलते एयरपोर्ट पर रनवे की संख्या बढ़ा दी गई है। एसबीआई ने एयरपोर्ट के लिए 3725 करोड़ रुपये का ऋण दिया है। नोएडा फिल्म सिटी का फर्स्ट फेज भी एयरपोर्ट की पहली उड़ान के साथ ही तैयार हो जाएगा। हाल में एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने 7 और गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया है। इस महीने की 30 तारीख तक गांवों को पूरी तरह से खाली करा लिया जाएगा। सात गांव क्रमश: दयानतपुर खेड़ा, रोही, नगला शरीफ, नगला फूल खां, किशोरपुर, नगला छीतर और नगला गणेशी के ग्रामीणों के लिए टाउनशिप तैयार है। सभी को प्लॉट दिए जा रहे हैं। 48 हेक्टेयर में यह टाउनशिप तैयार की गई है। सात गांवों की 1350 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है। जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा।

यहां देश का सबसे बड़ा हवाई जहाजों की मरम्मत करने का वर्कशॉप एमआरओ मेंटिनेंस रिपेयरिंग एंड ओवरहालिंग हब भी बन रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर 2 नहीं 5 रनवे बनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ है। अभी तक हवाई जहाजों के इंजन की मरम्मत का काम सिंगापुर, श्रीलंका और दूसरे यूरोपीय देशों में कराया जाता है लेकिन सरकार के इस कदम से एयर एविएशन कंपनियों को बड़ी राहत मिलेगी और आर्थिक बचत भी होगी। साल 2024 तक जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के रनवे अपना काम शुरू कर देंगे। जेवर एयरपोर्ट से पहला विमान 2024 में उड़ान भरेगा। ज्यूरिख कंपनी एयरपोर्ट का निर्माण करेगी।