
अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड से मरने वालों की संख्या 83 हो गई है। लगातार तीसरे दिन रविवार को 20 लोगों ने जान गंवाई। इनमें शहरी इलाके के 6 लोग शामिल थे। करीब 20 से ज्यादा लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इनका जिले के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
सबसे चिंता की बात ये है कि शहरी इलाके में जिन 6 लोगों की मौत हुई है, इन लोगों ने रविवार को ही शराब पी थी। मतलब साफ है कि इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद बाजार में जहरीली शराब खुलेआम बिक रही है। लोग मर रहे हैं और DM चंद्रभूषण सिंह और SSP कलानिधि नैथानी मृतकों के आंकड़ों को छिपाने में जुटे हुए हैं। CMO के मुताबिक, अब तक 71 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। इनमें 25 लोगों की मौत ही जहरीली शराब से हुई है। बाकी जिन लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे हैं वो सभी संदिग्ध हैं। उनका विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। उसकी जांच से पता चल पाएगा कि इनकी मौतें कैसे हुई हैं।
पाबंदी के बाद भी बिक रही शराब
क्वारसी थाना क्षेत्र के चंदनिया में देर रात शराब पीने से 5 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर सबकी मौत हो गई। एक की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं सुबह होते होते धनीपुर क्षेत्र में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 6 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। बताया जा रहा है की इन लोगों ने स्थानीय तस्कर ओपी यादव से शराब खरीदी थी। प्रशासन के काफी मना करने के बाद अभी भी काफी संख्या में लोग देसी शराब का सेवन कर रहे हैं जिसके बाद मौत की घटनाएं बढ़ती जा रही है।प्रधान ने कहा- पिछले कई दिनों से मर रहे हैं लोग
धनीपुर गांव के प्रधान राकेश ने बताया कि पिछले कई दिनों से शराब से मरने वालों की सूचना मिल रही है फिर भी लोग शराब का सेवन कर रहे हैं। इन लोगों ने धनीपुर में गांव में ही एक दो लोग जो अवैध रूप से शराब बेचते हैं उनसे शराब लेकर पी थी जिसके बाद तीन लोगों की मौत हो गई है और कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया है। स्थानीय तस्कर ओपी यादव को पुलिस ने पकड़ा था लेकिन फिर छोड़ दिया।
अब तक क्या-क्या हुआ ?
अलीगढ़ में गुरुवार 27 मई की देर रात लोधा के करसुआ, खैर के अंडला और जवां के छेरत में लोगों ने अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। शराब पीने के बाद रात में मौतें होने लगी। शुक्रवार रात तक 27 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने देसी शराब के ठेके बंद कर दिए, इसके बावजूद चोरी से शराब बिकी। पिसावा के शादीपुर और जट्टारी में लोगों ने शराब खरीदी।
इन सभी ने रात में शराब पी, जिससे शनिवार सुबह शादीपुर में 6 लोगों की मौत हो गई। इन सभी के परिजन ने 4 शवों का बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया। इसके अलावा लोधा में 11, खैर में 2, जवां में 2, टप्पल में 4, गभाना में 3 और पिसावा में 2 मौतें हुई हैं। इसके अलावा भी कई गांवों में शराब पीने वालों की मौत हो चुकी है।