आउट ऑफ कंट्रोल…वक्फ एक्ट के खिलाफ उबला बंगाल, मुर्शिदाबाद में भीड़ का तांडव, ट्रेन पर हमला-देखें VIDEO
Dainik Bhaskar
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया. निमतिता स्टेशन पर खड़ी ट्रेन पर भीड़ ने पत्थरबाज़ी की और स्टेशन की संपत्ति को जमकर नुकसान पहुंचाया. इस बवाल में सात से दस पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि कुछ यात्रियों को भी चोटें आई हैं. हालात बेकाबू होते देख बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) को तैनात करना पड़ा है. हिंसा की वजह से कम से कम दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और पांच ट्रेनों को दूसरी दिशा में मोड़ना पड़ा। भीड़ की हिंसा से यात्रियों में भी अफरातफरी मच गई.
राज्यपाल सख्त, केंद्र से संपर्क में
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस हिंसा पर सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को तुरंत और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने खासतौर पर मुर्शिदाबाद के सुटी, धूलियन, आमतला और नॉर्थ 24 परगना जैसे संवेदनशील इलाकों का ज़िक्र किया है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बातचीत की है और राजभवन की ओर से बताया गया है कि मुख्य सचिव से संपर्क कर पुलिस को हर ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.
#WATCH | पश्चिम बंगाल | मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
बंगाल पुलिस के अनुसार, जंगीपुर के सुती और शमशेरगंज इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है। pic.twitter.com/bGGVfWGOBi
राज्यपाल बोस ने कहा, “हमें पहले से जानकारी थी कि हालात बिगड़ सकते हैं. सीएम ऑफिस को भी इस बारे में सूचित किया गया था. पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं. लोगों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. राज्यपाल की ओर से 24×7 कंट्रोल रूम और एक हेल्पलाइन नंबर (033-22001641) भी जारी किया गया है, जहां लोग किसी भी तरह की जानकारी साझा कर सकते हैं। साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह को भी हालात की जानकारी दी गई है.
पुलिस ने बताया हालात काबू में
बंगाल पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि सुटी और शमशेरगंज इलाके में अब स्थिति नियंत्रण में है. ‘उपद्रवियों को तितर-बितर कर दिया गया है और हाईवे पर ट्रैफिक सामान्य हो गया है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.’ इधर, तृणमूल नेता कुणाल घोष ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. बता दें कि 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कोलकाता में इमामों के साथ अहम बैठक प्रस्तावित है. उधर, कोलकाता की अलीया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी शुक्रवार को वक्फ एक्ट के खिलाफ विरोध मार्च निकाला.
क्यों फूटा गुस्सा?
दरअसल, मंगलवार को मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान भी जमकर बवाल हुआ था. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें कई गाड़ियां फूंक दी गई थीं और पथराव हुआ था. यह अधिनियम 8 अप्रैल से लागू हो चुका है, जिसे हाल ही में संसद के दोनों सदनों ने पारित किया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसकी मंज़ूरी दी थी.