
Operation Sindoor: पहलगाम में हुए हमले के बाद लगातार देश में ये मांग उठ रही थी कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करे। अब भारतीय सेना ने जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया है। भारती का कार्रवाई के बाद से ही दुनियाभर से प्रतिक्रिया आने लगी है। व्हाइट हाउस में मीडिया मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पहले से अंदेशा था कुछ होने वाला है। दूसरी तरफ भारतीय आला अधिकारियों ने मित्र देशों को कार्रवाई के बारे में जानकारी दी है।
भारतीय वायुसेना ने रात 1:30 बजे स्कैल्प मिसाइलों के जरिए नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इसमें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी PoK में करीब 9 स्थानों पर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। बताया जा रहा है इसमें करीब 70 आतंकी ढेर हुए हैं।
क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप
हमलों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि इसके बारे में अभी-अभी पता चला, जब हम ओवल ऑफिस में कदम रख ही रहे थे। मुझे लगता है कि कुछ लोगों को पहले से अंदेशा था कि कुछ होने वाला है, क्योंकि बीते समय में भी ऐसा होता रहा है। वे बहुत लंबे समय से लड़ते आ रहे हैं। सही मायनों में देखा जाए तो वे कई दशकों से लड़ रहे हैं। अब मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह मामला जल्दी खत्म हो।
पहलगाम हमले में गई थी 26 लोगों की जान
पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इसके जवाब में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को और मजबूत करते पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित महत्वपूर्ण आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई किया है। इसे ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।
ध्वस्त ये आतंकी ठिकाने
भारतीय वायुसेना ने लगभग 1:30 बजे रात को स्कैल्प मिसाइलों का प्रयोग कर नौ चिन्हित आतंकी ठिकानों पर सिलसिलेवार हमले किए। जानकारी के अनुसार, इसमें बहावलपुर, मुरीदके, फैसलाबाद, कोटली और मुजफ्फराबाद शामिल थे। ये सभी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के जाने-माने गढ़ हैं।
आतंकी प्रशिक्षण केंद्र तबाह
बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय मुख्य टारगेट था। क्योंकि, यहां से कुख्यात आतंकवादी मसूद अजहर ऑपरेट करता था। सेना को जानकारी मिली थी कि अजहर को आखिरी बार बहावलपुर में मदरसे के पास देखा गया था। यह इलाका उसके लिए भर्ती और प्रशिक्षण केंद्र के साथ-साथ आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन उगाही का स्रोत भी था। भारतीय मिसाइलों ने इस मदरसे के साथ-साथ मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के हाफिज सईद से जुड़े आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट कर दिया है।
भारत ने दिखाई नई ताकत
शुरुआती जानकारी के अनुसार, 70 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। भारतीय क्षेत्र पर हमलों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया है। ऑपरेशन के दौरान भारतीय बलों ने पाकिस्तानी वायुसेना की जवाबी कार्रवाई को भी निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी एफ-16 और जेएफ-17 लड़ाकू विमानों को मार गिराया। एक जेएफ-17 को आकाश मिसाइल प्रणाली का उपयोग करके गिराया गया।
भारत का स्पष्ट संदेश
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस हमले का आकार और सटीकता भारत की सुरक्षा नीति में एक नए युग का प्रमाण है। यह पहली बार है जब भारत ने पीओके तक ही सीमित रहने के बजाय, पाकिस्तान के मुख्य भूभाग, पंजाब प्रांत के अंदर गहराई तक हमला किया है। सामरिक टिप्पणीकारों का कहना है कि इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत सीमा पार आतंकवाद को स्वीकार नहीं करेगा। भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
पाक सेना पर नहीं हुआ हमला
यह हमला सावधानीपूर्वक सीमित और गैर-प्रोत्साहित था। इसमें पाकिस्तानी सैन्य बलों को निशाना बनाने से बचने का विशेष ध्यान रखा गया ताकि इसे युद्ध बनने से रोका जा सके। आधिकारिक सूत्रों ने स्पष्ट किया कि इसका उद्देश्य आतंकवादी खतरों का मुकाबला करना था न कि पाकिस्तान पर हमला करना या युद्ध को भड़काना।
भारत की इच्छा शक्ति का प्रतीक ‘ऑपरेशन सिंदूर’
ऑपरेशन सिंदूर को भारत के प्रतिरोध के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। 2019 का पुलवामा बम विस्फोट और 2016 का पठानकोट एयरबेस हमले के बाद भी भारत ने कार्रवाई की थी। हालांकि, इस बार एक कदम आगे जाते हुए पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई की गई है। साफ है भारत अब अपनी धरती पर निर्दोषों का खून बहाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करेगा।