देहरादून, (हि.स.)। उत्तराखंड में मैदानी इलाकों से लेकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश लगातार का क्रम जारी है। इस बारिश के चलते भूस्खलन से लोगों को बहुत समस्या हो रही है। बारिश के कारण कई जगह पहाड़ दरक रहे हैं। मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक के लिए राज्य पर्वतीय और मैदानी जिलों के लिए आरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की है।
देहरादून सहित के राज्य के अधिकतर स्थानों पर सुबह से रुक-रुक बारिश हो रही है, जिससे तापमान में कमी आने से मौसम ठंडा हो गया है।
आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने जल स्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए हरिद्वार, उधमसिंह नगर, पिथौरागढ़ के जिलों के जिलाधकारियों को अलर्ट मोड़ में रहने के निर्देश दिए हैं। इन अधिकारियों को फोन 24 घंटे ऑन रखने और सतर्कता बरतने को कहा गया है। केंद्रीय जल आयोग ने आपदा प्रबंधन विभाग को बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार, धौलीगंगा (कनज्योति ) पिथौरागढ़ एवं कोसी (बेतालघाट) नैनीताल नदियों में जलस्तर में हो रही वृद्धि की जानकारी दी है। इसके साथ ही राज्य में बाहर से आने वाले पर्यटकों से मौसम को देखते हुए यात्रा करने की अपील की गई है। विशेषकर उच्च इलाकों में पर्यटकों को यात्रा पर नहीं जाने देने को कहा गया है।
भूस्खलन की वजह से देहरादून जिले में लोनिवि साहिया के स्टेट हाईवे समेत 4, लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के 1, लोनिवि चकराता के 2, पीएमजीएसवाई कालसी के 3 मोटर मार्ग बंद हैं। स्टेट हाईवे, मुख्य जिला मार्ग समेत 10 मोटर मार्ग बंद होने के कारण जौनसार किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम केन्द्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने गढ़वाल मंडल में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। उत्तराखंड में अगले चार दिन भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने लोगों को जरूरी न होने पर यात्रा टालने की अपील की है।