पेचबाग में कब्जों से मुक्त हुए हैं तीन मंदिर, हुई मूर्तियों की साफ सफाई, जीर्णोद्धार शुरू
जुमे की नमाज पर पुलिस ने बरती विशेष सतर्कता, डीसीपी ने संभाली कमान
कानपुर। संभल हिंसा के बाद सतर्क हुई पुलिस शुक्रवार को और अलर्ट दिखी। मुस्लिम क्षेत्रों में मंदिरों से कब्जा हटाने की मुहिम के चलते आज विशेष सतर्कता बरती गई। खुद डीसीपी सेंट्रल और एडीसीपी कई थानों की फोर्स लेकर मुस्लिम इलाकों में गश्त करते रहे। नमाज के दौरान इन इलाकों में पुलिस, पीएसी के साथ आरएफ भी तैनात रही। दूसरी ओर मठ मंदिर रक्षा समिति के लोग पेचबाग के उन तीन मंदिरों पर पहुंचे, जहां गुरुवार को अवैध कब्जे हटाए गए थे। आज तीनों मंदिरों की मूर्तियों की साफ-सफाई के साथ जीर्णोद्धार का काम भी शुरू हो गया। पुलिस की कड़ी चौकसी के कारण कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
बेकनगंज थाना क्षेत्र के पेंचबाग में दो हनुमान मंदिर और एक शिव मंदिर पर लोगों ने कब्जा करके दुकानें खोल दी थीं। इतना ही नहीं मंदिर के चौतरफा जमीन पर कब्जा करके बड़ी-बड़ी बिल्डिंग खड़ी कर दी गई हैं। सालों से मंदिरों की देखरेख नहीं होने से मंदिर जर्जर हो गए और कूड़े से पटे पड़े थे। मंदिर अपना अस्तित्व खो चुके थे लेकिन सनातन मठ मंदिर रक्षा समिति के पदाधिकारियों ने मुस्लिम आबादी के इन तीन मंदिरों को खोज निकाला।
गुरुवार को मंदिर अवैध कब्जे से मुक्त हो गए। शुक्रवार को संगठन के पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार द्विवेदी, उपाध्यक्ष सुधीर चंद्र द्विवेदी, महामंत्री प्रेम कुमार दीक्षित उर्फ गोपाल, कोषाध्यक्ष हरी कृष्ण शुक्ला, रवि शंकर तिवारी समेत कई लोग मंदिरों पर पहुंचे। तीनों मंदिरों की मूर्तियों को साफ-सफाई कराने के साथ ही जीर्णोद्धार का काम शुरू करा दिया। जिलाध्यक्ष उमेश तिवारी ने बताया कि मुस्लिम आबादी वाले केडीए के जोन-1 में आरटीआई की सूचना के मुताबिक 325 से ज्यादा मंदिर हैं। इसमें से 125 से ज्यादा मंदिरों पर कब्जा हो चुका है। संगठन ने ऐसे 35 मंदिरों को तलाश कर लिया है। यह मंदिर पूरी तरह से अपना अस्तित्व खो चुके हैं। इन पर गंदगी का अंबार और मूर्तियां खंडित हैं। अधिकांश हनुमान और शिव मंदिर हैं। जल्द ही इन सभी मंदिरों को कब्जामुक्त कराया जाएगा। इसके लिए संगठन पूरी शिद्दत से काम कर रहा है। जुमे की नमाज के चलते शुक्रवार दोपहर को यतीमखाना और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी और आरएफ को भी लगाया गया था। इस दौरान डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।