हमारे देश में कोरोना संक्रमण से ठीक होनेवाले मरीजों की दर 90 प्रतिशत से अधिक है। यह एक संतोष की बात है। हमारे देश में कोरोना के ज्यादातर माइल्ड केस सामने आए हैं। यानी ऐसे मामले जिनमें कोविड-19 के कारण रोगी की जान को किसी तरह का खतरा नहीं था और समय रहते इलाज मिलने से वे मात्र 2 से 3 सप्ताह में ही इस रोग से पूरी तरह ठीक हो गए।
हालांकि कोरोना से गंभीर रूप से बीमार रोगों को ठीक होने में करीब 1 महीने का समय लगता है। लेकिन दोनों ही स्थितियों में जो मुख्य बात है, वह यह है कि इस संक्रमण को मात देने के बाद रोगी को शारीरिक ऊर्जा के स्तर पर अपनी पुरानी स्थिति में पहुंचने में बहुत अधिक समय लगता है। क्योंकि व्यक्ति को कमजोरी और थकान होने की शिकायत लगातार बनी रहती है।
-कोरोना को मात देने के बाद व्यक्ति का शरीर इतना वीक हो जाता है कि यदि उसका पूरा ध्यान ना रखा जाए तो उसे अन्य मौसमी बीमारियां आसानी से घेर सकती हैं। इसके साथ ही देखभाल को लेकर की गई लापरवाही उस व्यक्ति को फिर से कोरोना का मरीज भी बना सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर यहां जानें कि कोरोना संक्रमण को हराने के बाद कौन-से 6 का जरूर करने चाहिए…
आराम को लेकर लापरवाही ना करें
-आमतौर पर बीमारी के कारण लंबे समय तक बेड पर रहने की वजह से लोग बोर हो जाते हैं। वे जल्दी से जल्दी अपने काम पर लौटना चाहते हैं और पहले की तरह ही अपनी लाइफस्टाइल फॉलो करना चाहते हैं। लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसा करने के लिए आप आराम को लेकर किसी तरह की लापरवाही ना करें।
-14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद भी ज्यादातर डॉक्टर्स एक और सप्ताह का आइसोलेशन पीरियड पूरा करने की सलाह देते हैं। ताकि आपके शरीर को पूरा आराम भी मिल सके और आपके परिवार में आपके द्वारा संक्रमण भी ना फैले। आपको पर्याप्त नींद लेनी चाहिए क्योंकि सोते समय बॉडी का रिकवरी रेट कई गुना बढ़ जाता है।
डायट में पोषक तत्वों का ध्यान रखें
-डॉक्टर्स का कहना है कि किसी भी बीमारी के बाद शरीर को पूरी तरह स्वस्थ करने के लिए आराम के साथ ही सही डायट की भी जरूरत होती है। खासतौर से कोरोना से ठीक होने के बाद आपको अपनी डायट में प्रोटीन की अधिक मात्रा का उपयोग करना चाहिए। इसके लिए आप हर दिन दाल का सूप, हरी फलियां और अंडे का सेवन कर सकते हैं।
-हर दिन कम से कम 8 गिलास पानी पिएं, एक मुट्ठी नट्स (सूखे मेवे) और कम से कम कोई एक फ्रूट जरूर खाएं। एक साथ पेट भरकर भोजन करने की जगह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं। ताकि पाचनतंत्र पर दबाव ना पड़े और शरीर को लगातार ऊर्जा भी मिलती रहे।
हल्की-फुल्की एक्सर्साइज
-कोरोना को हराने के बाद आपको हर दिन कम से कम 30 मिनट की वॉक जरूर करनी चाहिए। यदि आप वॉक नहीं कर पाएं तो नियमित रूप से हल्की एक्सर्साइज और लाइट योग जरूर करें। ताकि शरीर के अंदर रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से बना रहे।
हालांकि इसके लिए आप अपने आप पर किसी तरह का दबाव ना बनाएं। योग और एक्सर्साइज करने का मन ना हो और वॉक के लिए घर में पर्याप्त जगह ना हो तो आप दिन में 5 से 6 बार घर की सीढ़ियां चढ़ने और उतरने का काम कर सकते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे अपना स्टेमिना बढ़ाएं।
अपनी याददाश्त पर ध्यान दें
-कोरोना संक्रमण का असर ब्रेन हेल्थ पर भी पड़ता है। इस कारण कुछ लोगों में चीजों को याद ना रख पाने की समस्या देखने को मिलती है। इस समस्या से बचने के लिए आप हर दिन कुछ ऐसे गेम्स खेलें, जिनसे आपके ब्रेन की एक्सर्साइज हो। जैसे लूडो, चेस, सुडोकू, याददाश्त से जुड़े कुछ मोबाइल गेम्स।
शरीर के ऑक्सीजन लेवल का ध्यान रखें
-कोरोना के इलाज के दौरान हर पेशंट को ऑक्सीमीटर उपब्लध कराया जाता है। आपके लिए जरूरी है कि आप इसकी मदद से हर दिन अपना ऑक्सीजन लेवल जरूर चेक करें। क्योंकि कोरोना के दौरान फेफड़ों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इस बारे में शुरुआती स्तर पर मरीज को पता नहीं चल पाता है।
-कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक होने के बाद भी आपको अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहना है। अगर यह 90 से नीचे जाए तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि समय रहते आपके लंग्स की जांच की जा सके।
अन्य बीमारियों को रोकने के लिए
-कोरोना एक ऐसा संक्रमण है, जो ठीक होने के बाद भी कई-कई महीनों बाद तक उसके ऑफ्टर इफेक्ट्स आपके शरीर पर दिख सकते हैं। जैसे, फेफड़ों से जुड़ी समस्या, किडनी से जुड़ी बीमारी, लिवर का खराब होना, सिर में दर्द रहना इत्यादि।
-यदि आपको अपने अंदर कोई भी इस तरह का लक्षण दिखता है, जो आपको असहज करता है तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। खासतौर पर सांस का छोटा होना, सीने में जकड़न का अहसास होना, अचानक से सिर चकराना, अचानक पसीना-पसीना हो जाना, इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर लापरवाही ना करें।