चंडीगढ़ में अब लगभग पूरी तरह से हटा दी गई कोरोना पाबंदियां, 14 फरवरी से खुलेंगे सभी स्कूल, बर्ड पार्क और रॉक गार्डन में भी जा सकेंगे घूमने

Chandigarh Corona Guideline: चंडीगढ़ में कोरोना पाबंदियां अब लगभग पूरी तरह से हटा दी गई हैं। चंडीगढ़ में नाइट कर्फ्यू खत्म कर दिया गया है। वहीं, स्कूल-कॉलेजों को पूरी तरह से खोलने का भी फैसला लिया गया है। इसके साथ चंडीगढ़ बर्ड पार्क और रॉक गार्डन में भी लोगों की एंट्री शुरू हो जाएगी। शहरवासी अब इन दोनों पर्यटन स्थलों में घूमने जा सकेंगे। वीरवार को प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने कोविड वॉर रूम मीटिंग कर अधिकारियों से हालातों पर समीक्षा कर यह फैसला लिया है।

वहीं, अब चंडीगढ़ बर्ड पार्क और रॉक गार्डन में 12 फरवरी से एंट्री शुरू हो जाएगी। लोग पहले की तरह इन जगहों पर घूमने जा सकते हैं। हालांकि कोरोना बचाव नियमों जैसे मास्क लगाना और शारीरिक दूरी को मैंटेन करना जरूरी होगा। शहर की सभी मार्केट, अपनी मंडी, दुकानें, शॉपिंग मॉल्स, जिम, फिटनेस सेंटर, हेल्थ सेंटर, सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट होटल, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और स्वीमिंग पूल को भी खोलने की मंजूरी मिल गई है। वहीं, शादी विवाह जैसे सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी ज्यादा मेहमान बुला सकेंगे। इसके लिए इंडोर में 200 और आउटडोर में 500 लोगों को बुला सकेंगे।

कोरोना की तीसरी लहर के चलते बंद हुए शहर के सभी शैक्षणिक संस्थान 14 फरवरी से दोबारा से पूरी क्षमता के साथ खुलेंगे। सभी स्टूडेंट्स को शैक्षणिक संस्थान में आकर पढ़ाई करने की अनुमति रहेगी। इसी के साथ आनलाइन और आफलाइन पढ़ाई पहले की तरह चलती रहेगी। निर्देशों के अनुसार स्टूडेंट्स शैक्षणिक संस्थानों में कोरोना नियमों का पालन करते हुए एंट्री पा सकेंगे। 15 वर्ष से अधिक आयु वाले स्टूडेंट्स के पास कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज होनी अनिवार्य है। इसके अलावा कोरोना नियमों का पालन कराना स्कूल प्रिंसिपल और हेडमास्टर की जिम्मेदारी रहेगी।

114 सरकारी, 75 प्राइवेट स्कूल सहित 20 से ज्यादा उच्च शिक्षा संस्थानों खुलेंगे एक साथ

सलाहकार की तरफ से जारी निर्देश के बाद शहर के 114 सरकारी 75 प्राइवेट और 20 से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थान एक साथ खुलेंगे और स्टूडेंट्स क्लासरूम में बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि कोरोना की तीसरी लहर के बाद 19 दिसंबर 2021 को शहर के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद करने के निर्देश जारी हुए थे। स्कूलों में पहले आनलाइन और एक फरवरी 2022 से आफलाइन भी पढ़ाई शुरू हो गई थी। जिसमें स्टूडेंट्स की संख्या बहुत ही कम आ रही थी।

प्राइमरी क्लास के बच्चों के पेरेंट्स स्कूल खोलने की कर रहे थे मांग

कोरोना की तीसरी लहर के बाद 10 से 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स स्कूल आ रहे थे। ऐसे में प्राइमरी स्तर के बच्चों के अभिभावकों की मांग थी कि पंजाब और हरियाणा में सभी शैक्षिणक संस्थान खुल चुके हैं। ऐसे में शहर के स्कूल भी खुलने चाहिए ताकि स्टूडेंट्स की पढ़ाई हो सके। अभिभावकों का कहना था कि स्टूडेंट्स स्कूल नहीं जाने की वजह से उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। ऐसे में स्टूडेंट्स की पढ़ाई का स्तर गिर रहा था। प्राइमरी क्लास के स्टूडेंट्स की आनलाइन पढ़ाई भी ज्यादा बेहतर नहीं हो पा रही थी क्योंकि सैकड़ों स्टूडेंट्स के पास आनलाइन पढ़ाई करने के साधन नहीं है।

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