जम्मू कश्मीर के Kathua में ताबड़तोड़ गोलीबारी और विस्फोट, तीन पुलिसकर्मी शहीद, 3 आतंकियों का काम तमाम

Kathua Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में बुधवार को मुठभेड़ शुरू हुआ, जहां पिछले चार दिनों से सुरक्षाबलों का बड़ा आतंकवाद विरोधी अभियान जारी है. इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि तीन पुलिसकर्मियों ने वीरगति प्राप्त की. भारतीय सेना के दो जवानों सहित कुल छह सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है.

यह मुठभेड़ कठुआ के राजबाग क्षेत्र के घटी जुठाना इलाके के पास स्थित जाखोले गांव में तब शुरू हुई जब सुरक्षाबलों ने वहां आतंकवादियों की मौजूदगी का पता लगाया. यह स्थान रविवार को हीरानगर सेक्टर में हुई मुठभेड़ की जगह से करीब 30 किलोमीटर दूर है. अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि मौके पर भारी संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया और दोनों ओर से फायरिंग जारी थी. माना जा रहा है कि ये वही आतंकी हैं जो रविवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल थे, जिसमें एक नाबालिग बच्ची घायल हुई थी. 

चार दिनों से जारी है ऑपरेशन

इस आतंकी समूह को पकड़ने के लिए सेना, पुलिस, एनएसजी, बीएसएफ और सीआरपीएफ द्वारा एक बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसमें हेलिकॉप्टर, ड्रोन, यूएवी, बुलेटप्रूफ वाहन, स्निफर डॉग्स और आधुनिक निगरानी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऑपरेशन का चौथा दिन है और यह आशंका जताई जा रही है कि आतंकी शनिवार को या तो दर्रों के रास्ते या सीमा पार से बनाए गए किसी सुरंग के ज़रिए दाखिल हुए थे. 

जम्मू कश्मीर के अधिकारियों ने क्या कहा?

अधिकारियों ने बताया कि रविवार को ‘धोक’ (नर्सरी के अंदर बना एक छोटा घेरा) में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. लेकिन जैसे ही सुरक्षाबल वहां पहुंचे, उन्हें आतंकियों की ओर से भारी गोलीबारी का सामना करना पड़ा, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. उस दिन कोई हताहत नहीं हुआ था. इसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाश का दायरा बढ़ाकर बिलावर के जंगलों तक फैलाया और आतंकियों का सुराग पा लिया. रविवार की मुठभेड़ वाली जगह से चार भरी हुई M4 कार्बाइन मैगजीन, दो ग्रेनेड, एक बुलेटप्रूफ जैकेट, स्लीपिंग बैग, ट्रैकसूट, खाने-पीने का सामान और आईईडी बनाने की सामग्री से भरे पॉलीथिन बैग बरामद किए गए.

17 को भी हुआ था एनकाउंटर

कठुआ पिछले एक साल में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों के लिए एक महत्वपूर्ण घुसपैठ मार्ग बनकर उभरा है, जिससे वे ऊधमपुर, डोडा और किश्तवार के ऊपरी इलाकों तक और फिर कश्मीर तक पहुंचने की कोशिश करते हैं. हालिया घटनाओं को देखते हुए सुरक्षाबलों ने अपने अभियान और निगरानी को तेज कर दिया है. इससे पहले 17 मार्च को भी कुपवाड़ा जिले के ज़चलदारा के क्रुमहूरा गांव में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने खुफिया सूचना के आधार पर इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया था.

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