लंदन के द ओवल मैदान पर खेला जाएगा
लंदन (ईएमएस)। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया का सामना ऑस्ट्रेलिया से है। दोनों टीमों के बीच यह फाइनल मुकाबला बुधवार 7 जून से लंदन के द ओवल मैदान पर खेला जाना है। दोनों टीमों के खिलाड़ी ऐडी चोटी का जारे लगाने को तैयार है। आईसीसी ने फाइनल मैच के लिए रिजर्व-डे (12 जून) भी रखा है। यदि शुरुआती पांच दिनों में बारिश या अन्य कारणों से खेल खराब होने की स्थिति में इस रिजर्व-डे का उपयोग किया जाएगा। यदि पांचों दिन का खेल बिना किसी बाधा के पूरा होता है तो रिजर्व-डे का इस्तेमाल नहीं होगा।
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2021-23 के प्वाइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 152 अंकों के साथ पहली और टीम इंडिया (127 अंक) ने दूसरी पोजिशन हासिल करके फाइनल में प्रवेश लिया है। वैसे भी दोनों टीमें एक तरीके से फाइनल में जगह बनाने की हकदार भी थीं क्योंकि आईसीसी रैंकिंग में टीम इंडिया पहले और ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरे नंबर पर है। टीम इंडिया लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में उतरेगी, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार फाइनल खेलने जा रही है। पिछले साल 2021 में साउथम्पटन में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
पिच की बात करें तो हाई स्कोरिंग पिच होने के बावजूद यहां गेंदबाजों को मदद मिल सकती है और यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि गेंदबाज आगे रहेंगे या बल्लेबाज, क्योंकि इंग्लैंड का मौसम हमेशा बदलता रहता है। दूसरे शब्दों में पिच गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को मदद करती है। ऐसे में टॉस का नतीजा अहम होगा। वहीं अगर बात करें इस मैदान में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड बनाने वाली टीम का तो उसमे इंग्लैंड का नाम दर्ज है। जिसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 903 रन बनाए थे। पहली पारी का औसत स्कोर 343 रन है। जबकि दूसरी पारी का औसत 304 रन है।
ओवल के मैदान में भारत और ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड की बात करें तो भारत ने अब तक इस मैदान पर 14 टेस्ट मैच खेले है। जिसमें से सिर्फ 2 में जीत मिली है, वहीं 5 मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा हैं और 7 मैच में कोई निर्णय नहीं निकला हैं। वहीं आस्ट्रेलिया की बात करें तो अब तक इस मैदान पर 38 टेस्ट मैच खेले है जिसमें से सिर्फ 7 में जीत मिली है, वहीं 17 मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा हैं और 14 मैच में कोई निर्णय नहीं निकला हैं। ओवरऑल अभी तक भारत और आस्ट्रेलिया के बीच 106 टेस्ट खेला गया है। जिसमें से भारत को 32 और आस्ट्रेलिया को 44 मैचों में जीत मिली हैं। वहीं 29 मैच ड्रॉ रहे और एक मैच टाई रहा।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पेट कमिंस ने फाइनल के लिए पूरी टीम का नाम नहीं बताया, उन्होंने कहा कि बाकी टीम के मेकअप में कोई आश्चर्य नहीं है। बोलैंड का चयन उनके टेस्ट करियर के सर्वोच्च रिकॉर्ड के आधार पर है, उन्होंने अपने पहले सात मैचों में 13.42 की औसत से 28 विकेट लिए। वह ऑस्ट्रेलिया के अपेक्षित गेंदबाजी आक्रमण में कमिंस, कैमरन ग्रीन, मिशेल स्टार्क और नाथन लियोन के साथ शामिल होंगे। उनका 13.42 का औसत 20वीं सदी की शुरुआत के बाद से कम से कम 1000 गेंदें डालने वाले किसी भी टेस्ट क्रिकेटर से सबसे कम है। कमिंस के हवाले से कहा गया है, हम हर किसी को थोड़ा अलग तरीके से गेंदबाजी करने में माहिर हैं। स्कॉट अच्छी लेंथ पर तेज गेंदबाजी करने वाला गेंदबाज है, लेकिन वह जोशी हेजलवुड को थोड़ा अलग ऑफर देता है और स्टार्सी का बाएं हाथ का बल्लेबाज होना थोड़ा अलग है। उन्होंने कहा, इसलिए, मुझे नहीं लगता कि कोई पेकिंग ऑर्डर है। आप उन तीन लोगों के बारे में सोचते हैं जिन्हें आप बाहर जाकर खेलना चाहते हैं।
वहीं भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस मुकाबले से पहले बयान देते हुए कहा कि वह खिताब जीतना चाहते हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने कहा, हर कोई टीम को आगे ले जाना चाहता है। हर कोई खिताब जीतना चाहता है। हर कप्तान चैंपियनशिप जीतना चाहता है और मैं अलग नहीं हूं। अगले पांच दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण होने वाले हैं। हमारे दिमाग में जो है उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। रोहित शर्मा ने कहा, हम टीम को लेकर भी काफी उत्साहित हैं। हमें पता है कि पिछले डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी क्या हुआ था। हम यहां पहले भी खेल चुके हैं।
एंडी फ्लावर बने आस्ट्रेलिया के सलाहकार
इंग्लैंड के पूर्व कोच एंडी फ्लावर को ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार से भारत के खिलाफ होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले सलाहकार के तौर पर टीम में शामिल किया है। जिम्बाब्वे के दिग्गज खिलाड़ी और इंडियन प्रीमियर लीग में लखनऊ सुपर जायंट्स के मुख्य कोच फ्लावर 2009 से 2014 तक इंग्लैंड के मुख्य कोच रहे। फ्लावर डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद 16 जून से शुरू हो रही एशेज श्रृंखला के शुरुआती मुकाबले में टीम को अपनी सेवाएं नहीं देंगे। वह हालांकि इस श्रृंखला के बाद के मैचों के लिए अपनी भूमिका में वापसी करेंगे। फ्लावर इंग्लैंड के सबसे सफल कोच में से एक रहे हैं। उनकी देखरेख में टीम ने लगातार तीन एशेज श्रृंखला में जीत दर्ज की। पैट कमिंस की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम 2001 के बाद इंग्लैंड में एशेज श्रृंखला जीतने वाली पहली टीम बनने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।
एंडी फ्लावर का फायदा मिलेगा : कमिंस
पेट कमिंस ने कहा, ‘वह काफी अनुभवी है और इन परिस्थितियों को अच्छे से जानते हैं। उम्मीद है कि उन्हें इंग्लैंड के बारे में अच्छी जानकारी होगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने उनके साथ काम किया है और अपने देखा है कि पिछले कुछ समय से हम अलग-अलग विशेषज्ञों की सलाह लेते रहे हैं। हम भाग्यशाली है कि फ्लावर जैसा कोई अनुभवी टीम से जुड़ा है।
डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारत की टीम :
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मो. शमी, मो. सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, इशान किशन विकेटकीपर)
डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम :
पैट कमिंस (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), कैमरून ग्रीन, मार्कस हैरिस, ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस (विकेटकीपर), उस्मान ख्वाजा, मारनस लाबुस्चगने, नाथन लियोन, टॉड मर्फी, माइकल नेसर , स्टीव स्मिथ (वीसी), मिशेल स्टार्क, डेविड वार्नर स्टैंडबाय खिलाड़ी: मिच मार्श और मैथ्यू रेनशॉ।