थूक कर पिलाया दूध : लखनऊ में दूधिया की शर्मनाक हरकत CCTV में कैद

Lucknow CCTV Thook Jihad:  लखनऊ के एक मोहल्ले में दूध सप्लाई करने वाले एक व्यक्ति की शर्मनाक हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, जिसमें वह दूध देने से पहले उसमें थूकता नजर आ रहा है। यह वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय परिवार के लोग स्तब्ध हैं और इस मामले को लेकर क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर हिंदू महासभा ने इसे गंभीर मामला बताते हुए गोमती नगर थाने में तहरीर देने की बात कही है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

 

सीसीटीवी फुटेज ने खोली सच्चाई

 

घटना गोमतीनगर क्षेत्र की बताई जा रही है। एक मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुए फुटेज में देखा गया कि एक दूधिया रोज की तरह सुबह दूध देने आता है। लेकिन इस बार कैमरे ने जो कैद किया, वह किसी को भी हैरान कर देने वाला था। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि दूध देने से पहले वह थूकता है और फिर वही दूध ग्राहक को देता है। यह घटना एक बार नहीं, बल्कि कई बार की बताई जा रही है, जिसके बाद परिवार वालों ने सीसीटीवी की जांच की और इस गंदे कृत्य का पता चला।

परिवार स्तब्ध, मोहल्ले में रोष

 
 

थाने में शिकायत, कानूनी कार्रवाई की मांग

 

अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने इस घटना को ‘सुनियोजित साजिश’ करार देते हुए इसे “जनस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़” बताया है और आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 269, 270, 272, 273, और 295A के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है। गोमती नगर थाने को दिए जा रहे शिकायती पत्र में कहा गया है कि यह कृत्य समाज में नफरत फैलाने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की नीयत से किया गया है।

थूक मिलाने के आरोपों की गंभीरता

 

ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह कोई पहली घटना नहीं है जब दूध या खाद्य पदार्थों में अशुद्धता फैलाने की घटना सामने आई हो। इससे पहले भी देश के कई हिस्सों में ऐसी घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं, जिनमें खाद्य उत्पादों में थूक या अन्य अशुद्ध वस्तुएं मिलाने के मामले आए हैं। इन मामलों में संबंधित धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाती है और दोषी व्यक्तियों को जेल तक जाना पड़ा है। यह कृत्य न केवल आपराधिक है, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत घृणित माना जाता है।

 

पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच की स्थिति

 

पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिक रूप से वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी की पहचान “पप्पू” नामक व्यक्ति के रूप में की गई है, जो पिछले कई महीनों से क्षेत्र में दूध वितरित कर रहा था। पुलिस ने बताया कि वीडियो की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी ताकि इसे अदालत में ठोस सबूत के तौर पर पेश किया जा सके।

 

स्वास्थ्य विभाग की भी जिम्मेदारी

 

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से भी अपेक्षा की जा रही है कि वह दूध के नमूनों की जांच करे और यह सुनिश्चित करे कि अन्य ग्राहकों को कोई नुकसान न पहुंचा हो। यह भी महत्वपूर्ण है कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी और नगर निगम ऐसे दूध विक्रेताओं की स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करें। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आज भी कई ऐसे लोग समाज में सक्रिय हैं जो अपने निजी विचारों या दुर्भावनाओं के चलते सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा रहे हैं। समाज को सजग और सतर्क रहकर न केवल ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए, बल्कि प्रशासन को भी सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके।

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