
भारत पाकिस्तान के बीच तनाव के माहौल के बीच पाकिस्तान की अदियाला जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत हो गई! चौंकिए नहीं इस बात का दावा हम नहीं करते हैं बल्कि पाकिस्तानी मीडिया खुद कर रही है। पाकिस्तान में पूर्व पीएम इमरान खान की मौत की खबरों का दावा करने वालों की बाढ़ आ गई है। दावा किया जा रहा है कि इमरान खान को विदेशी जासूसों ने जेल में हत्या करवा दी है। पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर चल रही निराधार अफवाह में इमरान खान की मौत का दावा किया गया जिसके बाद इस खबर ने भारत पाकिस्तान के बीच चल रही सैन्य तनातनी के बीच इस भ्रामक खबर को जोरदार बढ़ावा मिला।
हालांकि, भरोसेमंद स्रोतों ने इस बात की पुष्टि की है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन रिपोर्टों में कोई सच्चाई नहीं है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अभी भी जीवित हैं, और 4-9 मई, 2025 के हालिया अपडेट पुष्टि करते हैं कि खान अभी भी अदियाला जेल में कैद हैं। इसके अलावा, खान ने अपनी कानूनी टीम के साथ जमानत याचिका दायर की है, जिससे यह पुष्टि होती है कि वह अपनी कानूनी लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
अंग्रेजी वेबसाइट पाकिस्तान ऑब्जर्वर ने बताई सच्चाई
पाकिस्तान की अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट पाकिस्तान ऑब्जरवर ने इस खबर को लेकर इसका खंडन करते हुए कहा कि इस तरह की झूठी और मनगढ़ंत कहानी को सोशल मीडिया में फैलाने के पीछे ट्रोलर्स का हाथ है। अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक इस खबर के वायरल करने की जिम्मेदारी ट्रोलर्स के गलत सूचना अभियान को जाता है, जिनके अराजकता और भ्रम पैदा करने के प्रयास कथित तौर पर चल रहे संघर्ष के लिए पाकिस्तान की सैन्य प्रतिक्रिया से प्रेरित थे। पाकिस्तान के जवाबी हमलों के कारण अपमान का सामना कर रहे ट्रोलर्स ने तनाव बढ़ाने और सोशल मीडिया पर चर्चा को बाधित करने के लिए फर्जी दावे का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तानी सूचना मंत्रालय ने किया खबर का खंडन
पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्रालय और अन्य आधिकारिक स्रोतों ने स्पष्ट किया कि कोई भी विश्वसनीय स्रोत हत्या के दावों का समर्थन नहीं करता है, और किसी भी सरकारी या जेल अधिकारियों ने खान की जेल की स्थिति में किसी भी बदलाव की पुष्टि नहीं की है, हालांकि कुछ अफवाहों से पता चलता है कि उन्हें किसी अन्य सुविधा में स्थानांतरित किया जा सकता है। गलत सूचना के जवाब में, पाकिस्तानी अधिकारियों ने सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से ऑनलाइन साझा की जाने वाली चीज़ों के बारे में सतर्क रहने का आग्रह किया है, उन्हें विश्वसनीय और भरोसेमंद स्रोतों से समाचार सत्यापित करने की सलाह दी है।