गोरखपुर जिले में 21 अक्टूबर को अंतिम बार एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वह छह नवंबर को संक्रमण मुक्त हो गया। इसके बाद से जिला कोरोना मुक्त है। तबसे एक भी व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। जबकि इस दौरान प्रतिदिन दो से लेकर चार हजार तक जांच प्रतिदिन हुई है। हालांकि बीआरडी मेडिकल कालेज में इस माह एक संक्रमित की मौत होने व दो अन्य के भर्ती होने को लेकर पुन: कोरोना के लौटने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञ बचाव के उपायों का पालन करने का सुझाव दे रहे हैं।
एचआइवी पाजिटिव किशोर की संक्रमण से हो चुकी है मौत
बीआरडी मेडिकल कालेज में 30 नवंबर को कोरोना संक्रमण की पुष्टि एक एचआइवी पाजिटिव किशाेर में हुई थी। उसे कोविड वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। 12 दिन बाद उसकी मौत हो गई। यह देवरिया का रहने वाला था। इसकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं थी। हालांकि पाजिटिव होने के 15 दिन पूर्व ही वह पीलिया की शिकायत लेकर बाल रोग वार्ड में भर्ती हुआ था। डाक्टरों का मानना है कि वह देवरिया से संक्रमण लेकर नहीं आया था, क्योंकि 15 दिन में तो संक्रमण ठीक हो जाता है। उसे यहीं किसी मरीज या तीमारदार से मिला होगा।
देवरिया से आए दो लागों में हो चुकी है संक्रमण की पुष्टि
देवरिया से मेडिकल कालेज में उपचार के लिए आए दो अन्य लोगों में भी दो दिन पहले संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से एक की ट्रैवेल हिस्ट्री है। वह कोलकाता से अपने मित्र के यहां देवरिया में आया था। उसकी व उसके मित्र में संक्रमण मिला है। दोनों का कोविड वार्ड में उपचार चल रहा है।
सतर्कता के चलते गोरखपुर में मात खाया कोरोना
क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र के निदेशक डा. रजनीकांत ने कहा कि गोरखपुर में कोरोना ने मात खाई है, यह सतर्कता के चलते संभव हो पाया है। लेकिन लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी है। क्योंकि अभी देश में संक्रमण है। ट्रैवेल के जरिये किसी भी इलाके में पहुंच सकता है। इसलिए शारीरिक दूरी का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं।
ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए अधिका सावधान रहने की जरूरत
ओमिक्रोन को देखते हुए ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। एचआवी पाजिटिव मरीज में भी संभव है कि बाहर से आए किसी व्यक्ति की वजह से संक्रमण पहुंचा हो। क्योंकि स्थानीय स्तर पर तो काफी दिनों से संक्रमितों की संख्या शून्य है। चूंकि देश के अनेक हिस्सों में अभी संक्रमण है। इसलिए पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है। बाहर से आए व्यक्तियों से दूरी बनाकर रहें।