पूजा के समय सिर क्यों ढकती हैं महिलाएं, जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह

हिन्दू धर्म और भारतीय संस्कृति में महिलाओ को हमेशा सिर ढक कर पूजा करने की सलाह और सीख दी जाती है. वही महिलाएं भी बुजर्गो द्वारा सिखाई गयी इस बात को अपनाती है. इसलिए तो जब हमारे घर में कोई मंगल कार्य या कोई पूजा पाठ होता है तो हम सिर ढक कर ही पूजा करते है. इसके इलावा जब महिलाएं किसी मंदिर में जाती है तो सिर ढक कर ही भगवान् के दर्शन करके पूजा अर्चना करती है. गौरतलब है, कि यहाँ भगवान् के सामने माथा टेकने से पहले सिर ढकना जरुरी समझा जाता है.

मगर क्या आपने कभी ये सोचा है, कि आखिर महिलाएं पूजा करते समय अपना सिर क्यों ढकती है. आखिर इसके पीछे की वजह क्या है. वैसे अगर आपको इस बारे में नहीं पता तो कोई बात नहीं, आज हम आपको इस बारे में बता देते है. दरअसल पुरानी मान्यता के अनुसार ऐसा माना जाता है, कि आप जिसका सम्मान और आदर करते है, उनके सामने हमेशा सिर ढक कर ही जाते है.

यही वजह है कि महिलाएं जब अपने सास ससुर या किसी बड़े के सामने जाती है, तो सिर ढक कर रखती है. इसके इलावा ऐसा भी माना जाता है, कि सिर ढक कर रखने से दिमाग कही दूसरी तरफ नहीं भटकता और मन हमेशा शांत रहता है. इससे इंसान का ध्यान केवल एक बिंदु पर ही रहता है.

वही अगर वेदो की माने तो सिर के मध्य में सहस्त्रारार चक्र होने से इस पर जल्दी प्रभाव पड़ता है. इसके साथ ही ऐसा कहा जाता है, कि इस चक्र पर पूजा करते समय किसी भी नकारात्मक चीज का आप पर असर नहीं होता. इसलिए पूजा हमेशा सिर ढक कर ही करनी चाहिए, ताकि आपकी सकारात्मक ऊर्जा हमेशा बनी रहे.