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महाकुम्भ नगर,। प्रयागराज की धरती पर सजे विश्व के सबसे बड़े मेले महाकुम्भ में सनातन का विराट स्वरूप दिखाई दे रहा है, जहां देश-दुनिया से असंख्य लोग अमृतपान को चले आ रहे हैं। मंगलवार को 1.26 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। अब तक 55.56 करोड़ श्रद्धालु पावन संगम में डुबकी लगा चुके हैं। सनातन संस्कृति की संवाहक त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने की भीड़ पांच मुख्य स्नान पर्व समाप्त होने के बाद भी कम नहीं हो रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि महाशिवरात्रि तक 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुम्भ के साक्षी बनेंगे। बता दें, प्रयागराज महाकुम्भ में अभी 8 दिन शेष हैं।
1.26 करोड़ ने किया स्नान : मंगलवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट समेत सभी 44 स्नान घाटों पर उमड़ पड़ी थी। भोर में तीन बजे से सुबह आठ बजे तक 35.96 लाख श्रद्धालु पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके थे। सुबह 10 बजे तक 53.24 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। दो बजे तक 84.11 लाख की संख्या पार गई। शाम चार बजे 99.20 लाख तो छह बजे तक 1.15 करोड़ और रात आठ बजे तक कुल 1.26 करोड़ लोगों ने स्नान किया। सुबह सात बजे से से दोपहर दो बजे तक तक 84 लाख से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगाई। सोमवार को 1.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने पावन संगम में स्नान किया था।
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वीकेंड के बाद भी कम नहीं हुए श्रद्धालु : रविवार के बाद माना जा रहा था कि सोमवार को भीड़ का दबाव थोड़ा कम होगा। सोमवार को दबाव कम नहीं हुआ। मंगलवार को भी सुबह से शाम तक पावन संगम में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ की आकांक्षा लिए हुए जनज्वार उमड़ता रहा। इससे कई स्थानों पर स्थिति बिगड़ गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को प्लान बदलना पड़ा। प्रयागराज मुख्यालय से 30 से 40 किलोमीटर दूर वाहनों को डायवर्ट कर पार्किंग में भेजा गया। संगम तट और वहां तक आने-जाने वाले रास्ते भी चोक रहे। मेला क्षेत्र के प्रवेश मार्ग पर स्नानार्थियों की गाड़ियां घंटों फंसी रहीं और कई हिस्से में जाम लगा रहा। राजमार्गों पर दूसरे भी दिन वाहन रेंगते रहे और पार्किंग तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। करीब 15 घंटे में 50 हजार से अधिक वाहन जिले में प्रवेश हुए और इसी अनुपात में वापस गए। संगम आने वाले रास्तों पर लंबा जाम लगा है। पुलिस डायवर्जन के लिए टीन शेड लगा रही है।
सीएम योगी ने बनायी नजर : श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारी भी भीड़ का अनुमान लगाकर योजना बनाकर क्रियान्वित कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से सामान्य दिनों में लोग महाकुम्भ आ रहे हैं, उससे यातायात व्यवस्था चरमरा जा रही है।
औसतन प्रतिदिन डेढ करोड़ श्रद्धालु पहुंच रहे : आज महाकुम्भ का 37वां दिन है। 55.56 करोड़ श्रद्धालु महाकुम्भ में शामिल हो चुके हैं। औसतन प्रतिदिन 1.51 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। मेला समाप्ति की ओर है, लेकिन श्रद्धालुओं का रेला थमने का नाम नहीं ले रहा। अभी मेले में आठ दिन शेष हैं। अगर औसत के हिसाब से जोड़ा जाए तो महाशिवरात्रि तक श्रद्धालुओं की संख्या 65 करोड़ का आंकड़ा पार कर नया रिकार्ड बनाएगी।
सर्वाधिक श्रद्धालु जुटने की महत्वपूर्ण तिथियां
13 जनवरी (पौष पूर्णिमा, महाकुम्भ की शुरूआत) को 1.70 करोड़14 जनवरी (मकर संक्रांति, प्रथम अमृत स्नान) को 3.50 करोड़26 जनवरी को 1.74 करोड़27 जनवरी को 1.55 करोड़28 जनवरी को 4.99 करोड़29 जनवरी (मौनी अमावस्या, दूसरा अमृत स्नान) को 7.64 करोड़30 जनवरी को 2.06 करोड़31 जनवरी को 1.82 करोड़01 फरवरी को 2.15 करोड़03 फरवरी (बसंत पंचमी, तीसरा और अंतिम अमृत स्नान) को 2.57 करोड़08 फरवरी को 1.22 करोड़09 फरवरी को 1.57 करोड़10 फरवरी को 1.17 करोड़11 फरवरी को 1.23 करोड़12 फरवरी को 2.04 करोड़15 फरवरी को 1.36 करोड़16 फरवरी को 1.49 करोड़17 फरवरी को 1.35 करोड़18 फरवरी को 1.26 करोड़