कानपुर । पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता और पूर्वी हवाओं के चलते एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज बदलने वाला है। कानपुर से लेकर बुन्देलखण्ड और समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेघ गर्जन, बारिश और वज्रपात के आसार बन गये हैं। इससे जहां फसल प्रभावित होगी तो वहीं सर्दी में बढ़ोतरी होगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि अभी तक हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम थी जो अब पूर्वी हो गई हैं। यह हवाएं पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क के आने से आज देर रात और शनिवार को मौसम बदला रहेगा। इससे कानपुर मंडल से लेकर बुन्देलखण्ड, बरेली मंडल, आगरा मंडल सहित समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभावित होगा। मेघ गर्जन, बारिश और वज्रपात का असर उत्तर प्रदेश के करीब 35 जनपदों पर रहेगा और मध्य व पूर्वी उत्तर प्रदेश इससे अछूता रहने की संभावना है। इस मौसम की वजह से फसलों का उत्पादन प्रभावित हो सकता है और सर्दी में बढ़ोतरी होगी। वहीं नये साल में जिस तरह से पहाड़ों पर बर्फबारी के अच्छे संकेत मिल रहे हैं उससे उत्तर प्रदेश में शीतलहर चलने के पूरे आसार बन गये हैं।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 26.2 और न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 95 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 52 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 1.5 किमी प्रति घंटा रही।मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों मे प्रातःकाल के समय हल्का कोहरा (हल्की धुन्ध) दिखाई देने एवं आगामी दो दिन घने बादल छाए रहेंगे। इसके साथ ही तेज हवाओं/गरज-चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने के आसार हैं।