
फर्रुखाबाद में गंगा चेतावनी बिंदु के पास पहुंची,वाराणसी में डूबे घाट
लखनऊ । पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश और यूपी में सक्रिय मानसूनी बरसात से प्रदेश की नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। नदियों में उफान को देखते हुए मैदानी क्षेत्रों के जिलों में प्रशासन अलर्ट हो गया और बाढ़ या जलभराव की स्थिति से निपटने की तैयारियों में जुट गया है। बारिश का असर प्रदेश में बहने वाले प्रमुख नदियों के साथ साथ बरसाती नदी नालों में भी देखने को मिल रहा है। प्रशासन ने अचानक आने वाले पानी को देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने और ऐसी जगहों पर न जाने की अपील की है। मौसम विभाग ने भी अलगे पांच दिनों तक तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट किया है।
लखनऊ मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आज राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में बारिश का पूर्वानुमान था, लेकिन बादलों की लुका छिपी चलती रही और बारिश नहीं हुई। उन्होंने आगामी पांच दिनों में हल्के बादल रहने के कारण आने वाली पांच जुलाई के मध्य 30 जिलों में गरज़ चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा रहने की संभावना जताई है। वहीं इस बीच बुंदेलखण्ड, मध्य यूपी और पश्चिम के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 20-30 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सो में हुई 6.2 मिमी बारिश
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश तराई क्षेत्र लखीमपुर खीरी में 212 मिमी. हुई। पूरे प्रदेश की बात करें तो 6.2 मिमी. बारिश हुई, जो कि सामान्य 5.5 मिमी. से 13 प्रतिशत अधिक है। वहीं, एक जून से अब तक प्रदेश में 130.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य 106.8 मिमी से 22 प्रतिशत अधिक है।

बरसाती नदी में आए पानी में बहा ट्रैक्टर-ट्रॉली
सहारनपुर के मिर्जापुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गाड़ा में गुरुवार एक बरसाती नदी में अचानक बाढ़ आ गई। इस दौरान वहां नदी के किनारे पड़े पत्थरों को भरकर ले जा रहा ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में बह गई। गनीमत रही कि चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। उधर गोंडा में सरयू का जलस्तर अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ा एक बुलडोजर पानी में डूब गया। जिसे क्रेन से निकलवाया गया।
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंचा
फर्रुखाबाद में गंगा में पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी का असर तेजी से देखने को मिल रहा है। यहां पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया। लोहिया सेतु के पांचाल घाट पर खतरे का निशान 137.10 मीटर है। जबकि आज यहां गंगा का जलस्तर 136.60 मीटर पर पहुंच गया। जलस्तर बढ़ने से नीचले इलाकों की फसलें जलमग्न हो गई हैं।
वाराणसी में लगातार बढ़ गंगा का जलस्तर, कई घाटों में पहुंचा पानी
वाराणसी में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ रहा है। यहां पीछे से छोड़े जा रहे पानी के साथ साथ स्थानीय स्तर पर हुई बारिश का असर भी माना जा रहा है। बढ़ते जलस्तर की बात करें तो गुरुवार का कई घाटों के सम्पर्क मार्ग पर भी लहरें पहुंच गई हैं। वाराणसी में चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और खतरे का निशान 71.26 मीटर है। फिलहाल अभी चेतावनी बिन्दु से गंगा का जलस्तर नीचे है लेकिन तेजी से बढ़ते पानी को देखते हुए बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है। जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्र एवं बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर सभी बुनियादी सुविधाओं को मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गाजीपुर, बलिया, मिर्जापुर में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ाव का रूख बना हुआ है।
प्रयागराज में गंगा युमना में चेतावनी बिंदु से काफी दूर
प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आज सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 74.89 मीटर दर्ज किया गया। यहां गंगा में चेतावनी बिंदू 83.734 मीटर और खतरे का निशान 84.73 मीटर है। हालांकि फाफामऊ में नदी का पानी बढ़ा है और गंगा 76.80 मीटर पर बह रही है। वहीं नैनी गेज पर यमुना 75.58 मीटर पर बह रही है। यहां के नीचले इलाकों में लोगों को अलर्ट करते हुए जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है।