राष्ट्रपति के अभिभाषण में हुआ पेपरलीक का जिक्र

-संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया
नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जहां सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं उन्होंने आगामी 5 वर्षों के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा भी पेश की। इसी दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने पेपर लीक मामले पर सरकार की प्रतिबद्धता का जिक्र भी किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज गुरुवार को संसद के दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आगामी नई सरकार का रोडमैप रखा। इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी। यही नहीं उन्होंने उन्होंने सफल चुनाव का आयोजन के लिए निर्वाचन आयोग को भी बधाई दी और देशवासियों की ओर से चुनाव आयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि देश की जनता ने लगातार तीसरी बार सरकार पर भरोसा जताया है और मेरी सरकार को निरंतरता में पूर्ण विश्वास है। यहां बतलाते चलें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र गुरुवार को भी जारी है।

दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव
सदन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, कि यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था, तकरीबन 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। महिलाओं ने मतदान में इस बार भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव की बेहद सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।

विकास को तेज गति दी जाएगी
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि भारत की विकास गति को तेज किया जाएगा। ग्रोथ की निरंतरता हमारी गारंटी है और आने वाले बजट में ऐतिहासिक कदम देखने को मिलेंगे। हम किसानों को ज्यादा से ज्यादा आत्मनिर्भर बनाएंगे। उन्होंने कहा, कि सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों को 3 लाख, 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की है। नए कार्यकाल की शुरुआत से अब तक 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में भारत अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कृषि व्यवस्था में बदलाव कर रहा है। दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारतीय किसान इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता रखता है, इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को मजबूत कर रही है।

पेपर लीक का किया जिक्र
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में पेपर लीक का जिक्र करते हुए कहा, कि पेपर लीक की घटनाओं की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी अनेक राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं हुई हैं। इस मामले पर दलीय राजनीति से ऊपर उठने और देशव्यापी ठोस उपाय करने की आवश्यकता है।

आपातकाल का हुआ जिक्र
राष्ट्रपति मुर्मू ने अभिभाषण में आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा, कि संविधान पर अनेक बार हमले हुए हैं। आपातकाल के दौरान देश में हाहाकार मच गया था। इसी के साथ उन्होंने सेना को आधुनिक बनाने पर जोर दिया और कहा कि एक सशक्त भारत के लिए हमारी सेनाओं में आधुनिकता आवश्यक है। उन्होंने इस पर पिछली सरकारों के कार्यों का भी जिक्र किया और बताया कि किस प्रकार से सेना में सुधार किए जा रहे हैं।
अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, कि 18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा का गठन अमृतकाल के शुरुआती वर्षों में हुआ था और यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें ​​वर्ष की भी साक्षी बनेगी। उन्होंने कहा कि आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है, जिसमें कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।

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