Chatori Gali Lucknow : 10 करोड़ के पीएफ घोटाले के आरोपी संजय बने चटोरी गली के प्रभारी

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अंबेडकर पार्क स्मारक समिति के कर्मचारियों के पीएफ घोटाले में 10 करोड़ रुपये के आरोपी रहे लेखाकार डॉ. संजय सिंह को चटोरी गली का प्रभारी नियुक्त किया है। एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने 16 जनवरी को छह कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल करते हुए यह निर्णय लिया। इस फैसले के पीछे तर्क दिया गया कि डॉ. संजय सिंह के खिलाफ चल रही जांच अब समाप्त हो चुकी है, इसलिए उन्हें यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है।

डॉ. संजय सिंह पर लगे थे गंभीर आरोप

साल 2021 में अंबेडकर पार्क स्मारक समिति के कर्मचारियों के पीएफ में 10 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला सामने आया था। इस मामले में डॉ. संजय सिंह मुख्य आरोपी थे। इसके चलते उन्हें वित्त और लेखा अनुभाग से हटाकर मुख्यालय में तैनात किया गया था।

जांच खत्म होने पर सौंपी नई जिम्मेदारी

एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि डॉ. संजय सिंह के खिलाफ जांच समाप्त हो चुकी है। हालांकि, जांच के निष्कर्ष के बारे में विस्तृत जानकारी सोमवार को उपलब्ध कराई जाएगी। जांच समाप्त होने के बाद, उन्हें डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल (वाह्य) में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसी के साथ उन्हें चटोरी गली का प्रभार भी सौंपा गया है।

अन्य कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव

डॉ. संजय सिंह के अलावा अन्य पांच कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में भी फेरबदल किया गया है:

  1. रविंदर कुमार (लेखाकार)
    • रमाबाई अंबेडकर मैदान एवं अन्य संबद्ध क्षेत्रों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
    • मुख्यालय वित्त एवं लेखा अनुभाग में उनकी मूल तैनाती यथावत रखी गई।
  2. वीना कटियार (लेखाकार)
    • डॉ. भीमराव सामाजिक परिवर्तन स्थल (वाह्य) से स्थानांतरित कर कांशीराम ग्रीन इको गार्डन में तैनाती दी गई।
  3. रामध्रुव (लेखाकार)
    • एलडीए कार्यालय से संबद्धता समाप्त कर उन्हें कांशीराम ग्रीन इको गार्डन के स्पेशल सेल में तैनात किया गया।
    • हालांकि, एलडीए कार्यालय से उनकी संबद्धता यथावत रखी गई।
  4. मयंक निगम (सहायक लेखाकार)
    • अधिष्ठान प्रकोष्ठ, मुख्यालय से हटाकर उन्हें स्पेशल सेल में नई जिम्मेदारी दी गई।

सचिव का पक्ष

सचिव विवेक श्रीवास्तव ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जिन कर्मचारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है, उनके खिलाफ अब कोई जांच लंबित नहीं है।

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