
Mahakumbh Special Train: वाराणसी रेलवे स्टेशन पर अजीबोगरीब स्थिति देखने को मिली, जब भारी भीड़ के कारण यात्री ट्रेन के इंजन तक चढ़ गए। महाकुंभ स्पेशल ट्रेन में सीटों की भारी किल्लत के कारण यात्रियों ने न केवल डिब्बों में बल्कि इंजन तक में अपनी जगह बना ली। इससे लोको पायलट को बैठने की भी जगह नहीं मिली। कुछ यात्रियों ने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया, जिसके बाद आरपीएफ ने मोर्चा संभालते हुए उन्हें बाहर निकाला।
वाराणसी रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल
रविवार को वाराणसी रेलवे स्टेशन पर भीड़ इतनी अधिक थी कि यात्री किसी भी तरह ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। ट्रेन में सीटें न मिलने की वजह से कई यात्री इंजन तक पहुंच गए और वहीं बैठ गए। जैसे ही लोको पायलट अपनी सीट पर बैठने पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि यात्री पहले से ही वहां कब्जा किए हुए हैं। यात्रियों ने अंदर से इंजन का दरवाजा भी बंद कर दिया, जिससे ट्रेन चलाना मुश्किल हो गया।
RPF जवानों ने संभाली स्थिति
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान मौके पर पहुंचे और यात्रियों को इंजन से नीचे उतारने का प्रयास किया। पहले तो यात्री उतरने को तैयार नहीं थे, लेकिन सख्ती दिखाने के बाद वे इंजन से नीचे उतर गए। RPF अधिकारियों ने यात्रियों को समझाया कि इंजन में सफर करना न केवल अवैध है बल्कि बेहद खतरनाक भी हो सकता है।
रेलवे प्रशासन की प्रतिक्रिया
रेलवे प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त ट्रेनों और सुरक्षा इंतजामों की घोषणा की है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष टीमों को तैनात किया जाएगा।
यात्रियों की परेशानी और भीड़ नियंत्रण की जरूरत
यात्रियों ने आरोप लगाया कि पर्याप्त ट्रेनों की व्यवस्था न होने के कारण उन्हें मजबूरन इंजन पर बैठना पड़ा। रेलवे को इस समस्या को जल्द हल करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
क्या कहती हैं रेलवे सुरक्षा गाइडलाइंस?
रेलवे सुरक्षा नियमों के मुताबिक, किसी भी यात्री को इंजन या ट्रेन के ऊपर बैठने की अनुमति नहीं होती। यह न केवल यात्री की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है, बल्कि ट्रेन संचालन को भी बाधित करता है।
भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कदम
- अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी।
- स्टेशनों पर RPF और रेलवे कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- भीड़ नियंत्रण के लिए अलग से गेट सिस्टम लागू किया जाएगा।
- यात्रियों को टिकटिंग और भीड़ नियंत्रण पर जागरूक किया जाएगा।
वाराणसी रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना ने यात्री सुविधाओं और भीड़ नियंत्रण के इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे को इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकालना होगा, ताकि भविष्य में यात्रियों को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।