Third Party Vehicle Insurance: अगले वित्त वर्ष यानी कि एक अप्रैल से आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले महीने की पहली तारीख से वाहनों का भी थर्ड पार्टी बीमा होगा। सरकार ने थर्ड पार्टी बीमा यानी कि भुगतान को बढ़ाने का प्रस्ताव किया है।
Third Party Vehicle Insurance- अगले वित्त वर्ष यानी कि एक अप्रैल से आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले महीने की पहली तारीख से वाहनों का भी थर्ड पार्टी बीमा होगा। सरकार ने थर्ड पार्टी बीमा यानी कि भुगतान को बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। सरकार ने जो संशोधन प्रस्तावित किया है, उसके मुताबिक हर अलग सीसी वाले वाहनों पर भुगतान की अलग राशि है। दरअसल, सभी प्रकार के वाहन मालिकों के लिए बीमा अनिवार्य होता है। अगर वाहन मालिक फुल पार्टी बीमा करवाने में सक्षम नहीं है तो उसके लिए थर्ड पार्टी बीमा जरूरी होता है। ऐसे में अगले वित्त वर्ष से गाड़ियों का थर्ड पार्टी बीमा होगा जिससे कि वाहन मालिकों की जेब पर असर पड़ेगा।
चार पहिया वाहन मालिकों पर महंगाई की मार
जो संशोधन प्रस्तावित हुआ है, उसके मुताबिक एक हजार सीसी (1000 CC) वाली कारों पर पिछले साल का थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम 2072 रुपये था, जो कि बढ़ोत्तरी के बाद 2094 रुपये हो जाएगा। इसी तरह 1000 से 1500 (1500 CC) सीसी वाले वाहनों के थर्ड पार्टी बीमा के लिए 3416 रुपये का प्रस्ताव है। इसके पहले यह 3221 रुपये देने होते थे। दो पहिया वाहन चालकों को भी जेब करनी होगी ढीलीचार पहिया वाहनों के साथ ही दो पहिया वाहन चालकों पर भी महंगाई की मार पड़ेगी। दो पहिया वाहन मालिकों के मामले में 150 सीसी से 350 सीसी तक के वाहनों के लिए 1,366 रुपये बतौर प्रीमियम देना होगा। 350 सीसी से अधिक के वाहनों के लिए प्रीमियम 2,804 रुपये होगा।