
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया. 36 साल के विराट कोहली ने 14 सालों तक भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला और 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. उनका ये फैसला भारतीय क्रिकेट जगत के लिए एक युग के अंत के समान है.
BCCI से मतभेद और कप्तानी की अनिश्चितता
विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास लेने के पीछे बीसीसीआई के साथ मतभेद एक महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, रोहित शर्मा के संन्यास के बाद इंग्लैंड दौरे के लिए टीम की कप्तानी को लेकर बीसीसीआई ने उनसे संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया. इससे साफ पता चलता है कि कप्तानी को लेकर अनिश्चितता और बीसीसीआई से मतभेद ने विराट कोहली के इस फैसले को प्रभावित किया.
फॉर्म में गिरावट और मानसिक थकावट
विराट कोहली के टेस्ट करियर में हाल के सालों में फॉर्म में गिरावट देखी गई है. पिछले साल उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में केवल 24.52 की औसत से 417 रन बनाए. साल 2020 में उनका औसत 19.33, 2021 में 28.21 और 2022 में 26.50 रहा. 2023 में ये औसत 50 से ऊपर था, लेकिन 2024 और 2025 में ये फिर से गिरा. इससे मानसिक थकावट और प्रदर्शन दबाव के संकेत मिलते हैं.
वर्कलोड मैनेजमेंट और पारिवारिक कारण
कोहली ने पहले ही साल 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उनका ये कदम वर्कलोड मैनेजमेंट और पारिवारिक कारणों से भी जुड़ा हो सकता है. उन्होंने कहा था कि मेरे पास शायद अगला ऑस्ट्रेलिया दौरा खेलने की क्षमता नहीं है, इसलिए मैं जो कुछ भी हुआ है, उससे शांति में हूं.
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में योगदान
आपको बता दें कि कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 123 मैचों में 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 254 रन रहा. उन्होंने भारत के लिए सबसे ज्यादा 40 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जो एक रिकॉर्ड है. उनकी कप्तानी में भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती और 2021 में इंग्लैंड में भी जीत हासिल की.