रांची, (हि.स.)। साल का आखिरी विवाह मुहूर्त 15 दिसम्बर को रहेगा। फिर 16 दिसंबर को सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसी के साथ धनुर्मास शुरू हो जाएगा। इसे खरमास भी कहा जाता है। ज्योतिष ग्रंथों के मुताबिक इस दौरान मांगलिक काम नहीं किए जा सकते। इसके बाद विवाह के लिए सीधे अगले साल जनवरी 2023 में मुहूर्त मिलेगा।
साथ ही दिसम्बर में विशेष पर्व, व्रत के साथ ही कई शुभ योग और महापुरुषों की जयंती सहित कई आयोजन खास हैं। नौ दिसम्बर से पौष माह की शुरुआत होगी। इस महीने प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, एकादशी, रुक्मिणी अष्टमी और क्रिसमस हैं।
पंडित मनोज पाठक ने बुधवार को बताया कि इस माह में व्रत, दान पुण्य और तीर्थ स्नान का कई गुना फल मिलेगा। इस महीने दस सर्वार्थसिद्धि योग और 11 शुभ तिथियां हैं। इनमें वाहन, संपत्ति, आभूषण की खरीदारी की जा सकती है। 11 दिसंबर को शाम 6.43 से 12 दिसंबर को रात 9.21 बजे तक रवि-सोम पुष्य का संयोग रहेगा। 12 दिसम्बर को एक साथ यायीजय योग सर्वार्थ सिद्धयोग, 13 को सर्वार्थ सिद्ध योग और रवियोग बन रहा है। पाठक ने बताया कि 16 दिसम्बर को रुक्मिणी अष्टमी के दिनकृष्ण, रुक्मिणी और प्रद्युम्न का पूजन करें और भोग लगाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो जातक इस दिन व्रत रखता है, सौभाग्यवती महिलाओं को भोजन कराकर वस्त्र दान करता है, मान्यता है कि इससे रुक्मिणी प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।