सामान्य दिनचर्या में आमूलचूल परिवर्तन लाने वाली वैश्विक महामारी कोरोना ने यह भी सिखाया कि बार बार हाथ धोने की आदत संक्रामक रोग समेत तमाम बीमारियों के खतरे को कई गुना कम कर देती है।
शुक्रवार को पूरी दुनिया ग्लोबल हैंड वाश डे मनायेगी जिसकी शुुरुआत वर्ष 2008 में स्वीडन मे की गयी थी। कोरोना व डेगू जैसी खतरनाक बीमारी के चलते इस दिवस का महत्व और भी बढ़ गया है।
विज्ञान संचारक सुशील द्विवेदी ने गुरूवार को बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के शोध के अनुसार हाथ न धोने के कारण सबसे अधिक बीमारियां होती हैं। हाथों के जरिए ही संक्रमण और बैक्टीरिया आसानी से शरीर में चले जाते हैं और इन्सानों में तमाम बीमारियां पैदा करते हैं। कोरोना वायरस के फैलने में संक्रमित व्यक्ति के हाथों की बहुत बड़ी भूमिका रही है,हाथ धोना एक दवा की तरह है। अगर आप समय समय पर अपने हाथों को नहीं धोते हैं तो विभिन्न रोगाणुओं से संक्रमित हाथ आपको बीमार कर सकते हैं और इलाज के लिए दवाओं की जरूरत पड़ सकती है।
उन्होने कहा कि हाथ धुलने से करीब 80 प्रतिशत बीमारियों से बचा जा सकता है.जिनमें कोरोना वायरस , सर्दी जुकाम निमोनियां व,सांस से जुड़ी बीमारी ,टाइफाइड, डायरिया। पीलिया ,हेपेटाइटिस,त्वचा संबंधी बीमारियां फूड प्वॉयजनिंग ,पीलिया ,पेट में कीड़े ,हाथ,पैर और मुंह संबंधी बीमारियां प्रमुख हैं।
विज्ञान संचारक ने बताया कि हाथ साफ करने के लिए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक हाथ धोने चाहिए और हाथ धोने के बाद हो सके तो हवा में सुखाना चाहिए या फिर हाथ को कपड़े से पोंछना चाहिए। इससे हाथों के जरिए फैलने वाली बीमारियों का खतरा लगभग न के बराबर हो जाता है। कई बार आपको घर से बाहर साबुन नहीं मिलता, तो ऐसे में अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइजर जिसमें 60 प्रतिशत अल्कोहल हो हाथों की हाइजीन के लिए बेहतर विकल्प है।
ऐसे सैनिटाइजर को अपने साथ में रखना चाहिए। हथेली पर सैनिटाइजर लगाकर हथेलियों को गीला करें। अब हाथों को रगड़ें। हाथ ड्राई हो जाने के बाद रगड़ना बंद कर दें। भोजन पकाते समय हाथ धो लें।खाना खाने से पहले और खाना खाने के बाद हाथों को करें साफ। बीमार व्यक्ति की देखभाल करने के बाद हाथों को मेडिकेटेड सोप से धोएं।