
बरेली। कोरोना वायरस के संक्रमण लगातार बढ़ रहे जिससे मरीजों की सख्या में भी इज़ाफ़ा हो रहा इस दौरान अचानक एंबुलेंस सेवा ठप होने से अधिकारियों के हाथ-पांव फूलते नज़र आ रहे है। वेतन न मिलने से नाराज 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मियों ने सोमवार को अचानक चक्का जाम कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। वही शिरू हुआ चक्का जाम धीरे-धीरे कई जिलों में फैल गया और एंबुलेंस सेवा ध्वस्त होती देखी गई। जिससे एंबुलेंस की आपातकालीन सेवा बंद हो गई है। इससे मरीज के साथ तीमारदार बेहाल हो गए हैं। इससे पहले प्रदेश कमेटी के आह्वान पर जिला अस्पताल परिसर मे 102 एम्बुलेंस का चक्का जाम कर अपनी लंबित मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। वही एंबुलेंस कर्मियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि समय से सैलरी न मिलने पर व वेतन में भारी मात्रा में कटौती होने से उनको परिवार पालना मुश्किल होता जा रहा है। वही यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडेय ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारियों का मानदेय पिछले तीन माह से नही दिया गया है जिसके चलते उनका परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है। वही हनुमान पांडेय ने कहा कि इससे पहले वेतन न देने पर अधिकारियों से बात की थी। लेकिन उन्होंने इस बात पर असमर्थता जताई। इस बीच कमेटी ने विवश होकर अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन शिरू कर दिया वही दूसरे जिलों में भी इसकी सूचना पहुंचने लगी और एंबुलेंस सेवा धीरे-धीरे ध्वस्त हो गई। वही 102 एंबुलेंस सेवा ठप होने से गर्भवती महिलाओं को आने जाने में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। क्योंकि इन महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल ले जाने और छोड़ने की जिम्मेदारी 102 एंबुलेंस सेवा की होती है।
Attachments area