कानपुर (ईएमएस)। यूपी के कानपुर महानगर के बजरिया थानाक्षेत्र में बेकनगंज सराफा मार्केट से सराफा कारीगर संपत राव लवेटे 15 से 20 किलो सोना और 1.5 करोड़ कैश लेकर फरार हुआ है। उसके घर और दुकान पर ताला बंद है। बेकनगंज सर्राफा एसोसिएशन के पदाधिकारी और कारोबारियों ने संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय (जेसीपी) नीलाब्जा चौधरी से मिलकर मामले से अवगत कराया। इस मामले की जांच के लिए जेसीपी ने डीसीपी सेंट्रल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। सराफा कारोबारी मो अय्युब ने तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। 20 किलो सोना की कीमत आज के रेट के अनुसार करीब करीब 13 करोड़ रुपये है।
कानपुर महानगर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा ने जेसीपी को बताया कि नीलवाली गली बिरहाना रोड में रहने वाले संपत राव लवेटे का गोल्ड टेस्टिंग और सोना गलाने का कारखाना है। इसमें उसका साला महेश मस्के और उसकी पत्नी संध्या लवेटे भी हाथ बंटाती थी। संपत राव लवेटे मूलरूप से नासिक का निवासी है। वह सराफा कारोबारियों से सोना ले जाकर गलाता और जेवर बनाता था। उसने बीते 10 से 15 दिनों में सराफा बाजार से अधिक से अधिक व्यापारियों का 15 से 20 किलो का सोना और करीब 1.5 करोड़ रुपये नगद जुटाया और यहां से अपनी दुकान बंद करके भाग निकला। कई दिनों से दुकान बंद होने पर व्यापारियों को संदेह हुआ तो संपत राव लवेटे, सूरज, महेश मस्के और उसकी पत्नी संध्या को कॉल की तो फोन भी बंद मिला। इसके बाद घर जाकर देखा तो वहां भी ताला लगा था। व्यापारियों ने बताया कि संपत राव लवेटे ने इस पूरी वारदात की योजना कुछ दिन पहली ही बना ली थी। किसी कारोबारी से उसने कस्टमर को दिखाने के लिए चूड़ियां लीं तो किसी से झुमके और चेन। लगभग एक महीने पहले से उसने बाजार में कह रखा था कि उसके परिवार में शादी है लिहाजा वह दिसंबर के पहले हफ्ते में परिवार के साथ घर जाएगा। शादी निपटाने के बाद 14 दिसंबर को आने को भी कहा था। कारोबारियों का कहना है कि उसने जाने से पहले सारा हिसाब किताब खत्म करने को कहा था। इसके बाद बीते शुक्रवार को वह फरार हो गया। इस बीच उसने कारोबारियों से रकम भी उधार ली थी। फरार होने से पहले उसने बड़ा चौराहा स्थित जेड स्क्वॉयर से शॉपिंग भी की थी। अब पुलिस की टीमें दिल्ली, मुंबई से लेकर कई राज्यों में छापेमारी के लिए रवाना हो गई है।
सराफा कारोबारियों ने बताया कि संपत की उम्र 45 साल है। वह 15 साल की उम्र में अपने जीजा के साथ आया था। पहले उसके जीजा काम करते थे। जीजा के साथ किशोरावस्था में आए संपत को कारोबारी परिवार की तरह मानते थे। कई कारोबारियों से उसके घरेलू संबंध भी थे।