“जमीन अधिग्रहण के बदले यमुना प्राधिकरण देगा मोटा मुआवजा“
“किसानों को जमीन अधिग्रहण का मुआवजा देने में यमुना प्राधिकरण नम्बर वन”
भास्कर समाचार सेवा
गौतमबुद्ध नगर। यमुना प्राधिकरण अब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगे 14 गांव का अधिग्रहण शुरू करने जा रहा है। जिसके एवज में किसानों को अब तक का सबसे महंगा मुआवजा मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार से मंजूरी के बाद अब एयरपोर्ट के लिए दूसरे चरण की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस चरण में जेवर से लगे 14 गांव की कुल 2053 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जाएगी।
यमुना प्राधिकरण की सिफारिश पर योगी सरकार कुल मिलाकर लगभग 50 लाख रुपए प्रति बीघा यानी 5 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर से किसानों को एकमुश्त मुआवजा देने की घोषणा की है। यह दर ग्रेटर नोएडा द्वारा निर्धारित लगभग 4100 रुपए प्रति मीटर से भी अधिक है।
“इन गांवों का होगा अधिग्रहण और विस्थापन”
यह भूमि-अधिग्रहण जिन गांवों की जमीन को लेकर किया जाएगा उनमें थोरा, बंकापुर, दयानतपुर , नीमका, खाजपुर, चौरौली, साबौता , रामनेर, पारोही, रोही, किशोरपुर, बनवारीवास, जेवर बांगर और मुकीमपुर शिवारा, शामिल हैं। जमीन अधिग्रहण के साथ साथ इन गांवों का पूरी तरह से विस्थापन भी किया जाएगा। जिसके लिए यमुना प्राधिकरण अलग से धनराशि और अन्य सुविधाएं किसानों तथा गांव में रहने वाले अन्य लोगों को अदा करेगा।
इस जमीन पर कुल दो रनवे जिनमें एक सर्विस रनवे शामिल है तथा हवाई जहाज के कल पुर्जे को तैयार करने वाली कंपनियों और कारगो की स्थापना की जाएगी। यह खबर आते ही गांव के स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है और वह अभी तक इसी तरह की मुआवजे की मांग सरकार से कर रहे थे। लखनऊ से लौटे यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह का कहना है कि यमुना प्राधिकरण ने निरंतर और सतत विकास किया है इसका फल यहां के किसानों को भी मिलना चाहिए इसीलिए उन्हें यह बढ़ा हुआ मुआवजा देने का फैसला सरकार द्वारा किया गया।