24 बाद भी पुलिस के पकड़ से दूर राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन के हत्यारे….

लखनऊ. अंतरराष्‍ट्रीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन के हत्यारे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस ने हत्यारो को दबोचने के लिए कुल 8 टीमें गठित की है जिसमे 2 टीमे सीसीटीवी पर तीन टीमे डिजिटल सर्वेलान्स और तीन ग्राउंड बेस पर टीमे अपना काम कर रही। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा।
बताते कि रविवार शाम को पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो संदिग्धों के स्केच जारी किया था. इतना ही नहीं पता बताने वालों को 50 हजार रुपए का इनाम देने की भी घोषणा की गई है. इस बीच हत्यारों की तलाश के लिए पुलिस की 8 टीमें लगाई गई हैं। पुलिस कमिश्नर के प्रवक्ता के मुताबिक इस घटना में काफी हद तक सफलता मिल चुकी है।
नाक पर मारी थी गोली
बता दें कि मृतक रंजीत बच्चन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. इसके मुताबिक, हमलावरों ने हिंदूवादी नेता की नाक पर बेहद करीब से गोली मारी थी. अत्यधिक खून बहने के कारण उनकी मौत हो गई. सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में 9 एमएम की पिस्टल से गोली मारने का संदेह जताया गया है. बता दें कि आमतौर पर प्रोफेशनल किलर 9 एमएम पिस्टल का इस्तेमाल करते हैं. इससे पहले बदमाशों द्वारा मुंगेर की बनी .32 बोर के पिस्टल का इस्तेमाल करने की बात सामने आई थी.
जांच में जुटी पुलिस
रंजीत बच्‍चन हत्याकांड को लखनऊ के पॉश इलाकों में से एक हजरतगंज में अंजाम दिया गया. लखनऊ के एडिशनल पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि घटनास्थल से मृतक रंजीत बच्चन के दो मोबाइल बरामद हुए हैं. साइबर सेल की एक टीम मोबाइल फोन का डेटा खंगालने में लगी है.पहली पत्नी से था विवाद फायरिंग में घायल मौसेरे भाई आदित्य से पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अंतरराष्‍ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन का पहली पत्‍नी से विवाद चल रहा था. एडिशनल पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के मुताबिक, मामले की जांच में कुल आठ टीमों को लगाया गया है. मृतक रंजीत बच्चन के खिलाफ गोरखपुर जिले में एक एफआईआर भी दर्ज है. पुलिस हर एंगल पर जांच पड़ताल में जुटी है