गाजा के अल-शिफा अस्पताल में 50 हजार फिलिस्तीनियों ने ली पनाह, इन दिक्कतों का करना पड़ रहा सामना

इजराइल-हमास जंग के बीच गाजा के अल-शिफा अस्पताल में करीब 50 हजार बेघर फिलिस्तीनियों ने पनाह ले रखी है। इनमें से ज्यादातर लोगों के घर हमले में तबाह हो चुके हैं। अल जजीरा के मुताबिक सोलर पावर जेनरेटर के भरोसे चल रहा ये अस्पताल किसी भी वक्त बंद हो सकता है। इसके बावजूद फिलिस्तीनियों ने साउथ गाजा जाने की जगह इस अस्पताल में रहने का फैसला किया।

अल-शिफा में मेकशिफ्ट टेंट लगाकर रह रहे फिलिस्तीनियों के पास खाना-पानी की कमी है। यहां दिन की शुरुआत होते ही लोग पानी के पाइप और नल के सामने लाइन लगा लेते हैं। इजराइल ने गाजा में बिजली सप्लाई रोक दी थी। लिहाजा यहां लोगों को नल के खारे पानी से ही गुजारा करना पड़ रहा है। खाने के लिए लोगों को डिब्बे में बंद फावा बीन्स, रोटी और दाल मिलती है।

41 साल की घानिया हानिये अपने 5 लड़कों और 3 लड़कियों के साथ इस अस्पताल में रह रही हैं। उन्होंने अल जजीरा को बताया- हमने चादर और तिरपाल की मदद से टेंट लगाया है। यहां हम सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन मच्छरों और कीड़ों से परेशान हैं। घानिया इजराइली हमलों के बीच शेख रदवान इलाके से अस्पताल पहुंची थीं।

अल-शिफा में लोगों को टॉयलेट जाने के लिए भी लंबी कतारों में लगना पड़ता है। बर्तन-कपड़े धोने, हाथ साफ करने, नहाने और पीने के लिए एक ही पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है। खारे पानी से नहाने की वजह से कुछ बच्चों के शरीर पर पपड़ियां जम गई हैं। घानिया अपने बच्चों के साथ जमीन पर 2 चादरें बिछाकर सोती हैं।

इन सब वजहों से स्मॉकपॉक्स जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। अल-शिफा अस्पताल में रह रहे फिलिस्तीनियों को रोज खाना-पानी के लिए लाइन में लगना पड़ता है। उन्हें खाने के लिए सिर्फ आधे बैग ब्रेड और डिब्बों में बंद फावा बीन्स मिलती है। घानिया ने बताया कि वो अपने बच्चों को रोटी के टुकड़े करके देती हैं, जिससे खाना ज्यादा दिखे।

इजराइल ने इसी अस्पताल के नीचे हमास का बेस होने का दावा किया

इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि हमास का मेन ऑपरेशन बेस गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल के नीचे है। IDF ने कहा है कि अस्पताल के नीचे बना बेस ही हमास का हेडक्वार्टर भी है। IDF ने इससे जुड़ी सैटेलाइट इमेज और वीडियो भी जारी किए हैं।

IDF के प्रवक्ता ने कहा- हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि सैकड़ों लड़ाके अस्पताल में छिपे हैं। इन बेस तक जाने के लिए लड़ाके सुरंगों का इस्तेमाल करते हैं। इस अस्पताल में हमास का कमांड सेंटर भी है, जहां से वो रॉकेट फायर करता है। यहां हमास के हथियारों का बड़ा जखीरा भी मौजूद है।

IDF ने हमास पर अस्पताल में मौजूद 1500 बेड और 4 हजार स्टाफ को हमलों से बचने के लिए ढाल बनाने का आरोप लगाया है। हालांकि हमास ने इन सभी दावों को खारिज किया है।

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