
कहते है की एक अच्छी नींद नसीब वालो को ही मिलती है। नींद जितनी अच्छी उतना ही शरीर स्वस्थ है, लेकिन ज्यादा सोना भी सेहत के लिए नुकसानदायक है। कई लोग ऐसे होते है जो जिन्हें कही भी सुला लो वह सो जायेंगे, लेकिन उनका ये ज्यादा सोना उनकी सेहत पर असर डालता है। वह कई बीमारियों से ग्रसित हो जाते है जैसे मोटापा, दिल कमजोर, याददाश्त कमजोर होना आदि। ज्यादा सोने हमे हमे कभी कभी भरी पड़ जाता है, जो काम हमे करने को दिया जाये तो वह पूरा न होने पर हमारी स्थिति को बिगाड़ भी सकती है। तो आइये जानते है ज्यादा सोने के नुकसान.
अधिकतर डॉक्टर सुझाव देते है कि रात में छह से आठ घंटे नींद सबसे जरूरी होती है और यह नींद आपके दिल के लिए भी फायदेमंद होती है। जबकि उससे कम या उससे अधिक से कोरोनरी धमनी रोग या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
म्यूनिख में यूरोपीय सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी कांग्रेस में प्रस्तुत अध्ययन में पाए गए निष्कर्ष बताते हैं कि दिल के लिए बहुत अधिक या बहुत कम नींद खराब हो सकती है।
लेकिन हम जानते हैं कि नींद ग्लूकोज चयापचय, रक्तचाप और सूजन जैसे जैविक प्रक्रियाओं को प्रभावित करती है – जिनमें से सभी कार्डियोवैस्कुलर बीमारी पर असर डालती हैं।”
वयस्कों की तुलना में, जो रात में छः से आठ घंटे नींद लेते थे, उनमें 11% अधिक जोखिम था, जबकि “लंबे सोने वालों” में अगले नौ वर्षों में 33% की वृद्धि हुई थी।
शोधकर्त्ता ने कहा: “लंबे समय तक नींद की कमी या अत्यधिक नींद से बचा जाना चाहिए।”
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन में सीनियर कार्डियाक नर्स एमिली मैकग्रा ने कहा: “जब हमारे दिल और परिसंचरण स्वास्थ्य की बात आती है, तो इस बड़े अध्ययन से पता चलता है कि बहुत अधिक नींद और बहुत कम नींद के बीच एक समान्य स्थान हो सकता है।
“साथ ही साथ आपकी जीवन की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने के साथ ही नींद की कमी भी दिल की समस्याओं में आगे बढ़ सकती है।”
तो यदि आप भी अब तक 7 घंटे से अधिक नींद ले रहे है तो आज से ही सावधान हो जाएं। इसके साथ ही पर्याप्त नींद जो कि 6-7 घंटे की है उसे अवश्य ले। क्योंकि मनुष्य के लिए जीवन को बैलेंस करने के लिए एक स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है। जो आप अपने प्रतिदिन की दिनचर्या मे बदलाव करके प्राप्त कर सकते है।















