मोतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में लगे सागवान के पेड़ों पर चोरी-छिपे चलवा दिया गया आरा

सरकारी भूमि पर लगे सरकारी संपत्ति का दोहन करने में जुटे जिम्मेदार अधिकारी

वन विभाग के एसडीओ यशवंत सिंह के निर्देश पर वन टीम के साथ मौके पर पहुंचे डिप्टी रेंजर रामकुमार

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा0 राम नारायण वर्मा के आवास के सामने स्थित जर्जर आवास से भारी मात्रा में सागौन के बोटा तथा चिरान बरामद

विकास खण्ड परिसर में लगे सागौन के 5 पेड को चोरी से काटकर किया गया है सरकारी छति

मोतीपुर/बहराइच l मिहीपुरवा विकास खण्ड परिसर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा राम नारायण वर्मा के आवास के सामने लगे सागौन के 5 पेडों को कुछ दिन पहले काटकर बगल में बने जर्जर एवं निश्प्रयोज्य मकान में छुपाकर हाथ वाले आरे से लकडी का चिरान कराया जा रहा था.

जिसकी सूचना वन विभाग को मुखबिर द्वारा मिली मुखबिर की सूचना पर वन विभाग के उपप्रभागीय वनाधिकारी यशवन्त सिंह के निर्दश पर मोतीपुर वन्य रेंज के डिप्टी रेंजर राम कुमार ने टीम के साथ विकास खण्ड परिसर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा राम नारायण वर्मा के आवास के सामने के जर्जर आवास पर छापा मारकर भारी मात्रा में अवैध सागौन के बोटे, चिरान तथा खंता आदि बरामद किया वन विभाग की टीम को स्थलीय निरीक्षण में परिसर में 5 पेड़ों के काटने के स्थान पर जड को गायब कर गढ्ढे के निशान मिले जिससे पेंडो के अवैध कटान की आशंका व्यख्त की गयी वन विभाग की टीम ने लकडी की फर्द बरामदगी कर लकडी रेन्ज कार्यालय ले गयी डिप्टी रेंजर ने कहा कि वन रेन्ज केश दर्ज कर बरामद लकडी संबन्ध में पता लगाकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी पेंडो के कटान के संबंध में जब खण्ड विकास अधिकारी मिहीपुरवा से बात की तो उन्होने बताया कि परिसर में लगे सागौन के पेडो को चोरी से अवैध रुप से काटा गया है पेड प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के आवास के सामने परिसर के अन्दर बाऊन्डरी में लगे थे इसके कटान की जानकारी उन्ही से मिल सकती है सागौन के पेडो की कोई नीलामी नही हुई है.


सरकारी पेडों के काटे जाने के संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो घण्टी बजती रही फोन नही उठा तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से बात करने की कोशिश की गयी तो उनका नम्बर गलत बताता रहा l


विकास खण्ड परिसर में लगे पेड़ों के 50 मीटर की दूरी के अंदर डाक्टर से लेकर अस्पताल के तमाम कर्मचारी पूरे परिवार के साथ निवास कर रहें हैं और पांच पेंडों को काटकर लकडी पडोस के जर्जर मकान में डम्प कर हाथ के आरा से चिरान की जाती रही और किसी को कोई पता ही नही कहां तक सच हो सकता है जबकि पेड जब गिरता है तो काफी दूर तक आवाज जाती है l
अब देखना है कि वन विभाग इन सरकारी पेडों को काटने वाले सरकारी अधिकारियों पर कोई कार्यवाही कर पाता है या नही वन विभाग को यह भी आशंका है कि इसके आड में जंगल से भी कटान किया जा सकता है।