
– दूसरे युवक पर गोली मारने का लगाया था आरोप
– पुलिस ने पूरी घटना का किया खुलासा
किशनी/मैनपुरी- 23 नवंबर को नगला दुली निवासी विकास यादव की गोली लगने की घटना का पुलिस ने सफल पर्दाफाश कर दिया है। घटना में घायल विकास यादव ने विपक्षी को फंसाने के लिए खुद को चाकू से घायल कराके गलत नामजदगी भी करा दी थी। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करके आरोपी विकास यादव उसके भाई को जेल भिजवाया है। 23 नवंबर को थाना क्षेत्र के नगला दुली निवासी विकास यादव उर्फ मनोज ने पुलिस को बताया था। गांव के अलवर यादव पुत्र सियाराम ने उसको लेनेदेन के विवाद में गोली मारकर घायल कर दिया है। सूचना पर पुलिस ने घायल विकास यादव को सीएचसी भर्ती कराया था। जहां हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।

विकास की पत्नी निशा देवी ने मामले का मुकदमा गांव के अलवर यादव पुत्र सियाराम के विरुद्ध दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले में जांच की तो पता चला कि विकास के किसी प्रकार की गोली से चोट या जलने का नहीं पाया गया है।गोली का निकासी द्वार भी छोटा पाया गया। जिला अस्पताल में एक्सरे में भी गोली लगने की बात सामने नहीं आयी। पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर जांच की तो वहां उस दिन जानवर चरा रहे बच्चों ने बताया कि विकास ने अपने भाई से मिलकर शैलेंद्र को अंजाम दिया है।
इस पर पुलिस ने विकास और भाई संजू को हिरासत में ले लिया।दोनों भाइयों से कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि घटना से एक दिन पहले 22 नवंबर को उनका गांव के पारिवारिक चाचा अलवर से विवाद हुआ था। अलवर उनके ट्रैक्टर से खेत की जुताई नहीं कराता था। मनोज व संजू ने गांव वालों के सामने अलवर को पैसे देने पर गंभीर चोट मारने की धमकी दी थी। दूसरे दिन केशोपुर तिराहे के पास रामनगर विशुनगढ़ मार्ग पर संजू ने मनोज के सीने पर चाकू से चार पांच वार कर कमर पर हल्का वार किया।
गोली की आवाज सुनाने के लिए उन्होंने पटाखा जलाकर धमाका किया और संजू ने गांव में आकर भाई विकास के गोली लगने का शोर मचा कर दिया। पुलिस ने अलवर की तहरीर पर आरोपी भाइयों विकास व संजू पर मुकदमा दर्ज कर लिया। सोमवार को दोनों को जेल भेज दिया गया।