
मैनपुरी – ऑनलाइन ऋण-वितरण मेले में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने शासन द्वारा स्वःरोजगार हेतु संचालित प्रधानमंत्री स्वःरोजगार योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, एक जनपद-एक उत्पाद योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को ऋण स्वीकृति प्रमाण-पत्र एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, ओडीओपी के लाभार्थियों को टूलकिट उपलब्ध कराते हुए कहा कि शासन की संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पाकर बेरोजगारों, नव-युवक, युवतियों को अपना रोजगार स्थापित करने का अवसर मिला है। उन्होंने लाभार्थियों से कहा कि मेहनत, लगन के साथ कार्य करें और शासन की योजना में जिस कार्य हेतु ऋण उपलब्ध कराया गया है, उसे तत्काल स्थापित कर अपनी आर्थिक स्थिति सुधारें और आत्मनिर्भर बने।
सीडीओ ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगारों को स्वःरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा संचालित विभिन्न शासकीय योजनाओं में वित्तीय सहायता योजनान्तर्गत रेनू श्रीवास्तव, विनय कुमार, प्रदीप कुमार, श्रीचन्द्र एवं मु0 रजा अंसारी को अपने-अपने उद्यम स्थापना हेतु उक्त योजनाओं के अन्तर्गत कुल धनराशि रू. 34.00 लाख का ऋण स्वीकृति पत्र वितरण किये।उन्होने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना एवं ओडीओपी टूलकिट प्रशिक्षण योजनान्तर्गत मनोज कुमार, अर्चना, सन्दीप वर्मा, शिवम एवं कु0 ज्योती शाक्य को प्रशिक्षणोपरान्त (हलवाई, लोहार एवं तारकसी हस्तशिल्प) टूलकिट भी उपलब्ध करायीं।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत टूलकिट उपलब्ध कराते हुये कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के परम्परागत कारीगर जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई सुनार, लुहार, कुम्हार, हलवाई, मोची राज मिस्त्री एवं हस्तशिल्पियों की आजीविका के संशाधनों का सुदृणीकरण करने की शासन की पहल का लाभ लेकर उक्त कामगारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। प्रदेश सरकार ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारम्परिक कारीगरों के विकास हेतु विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना लागू की है।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग मो. सऊद, अग्रणी जिला प्रबन्धक सुखवीर सिंह, अपर साॅख्यकीय अधिकारी गणेश चन्द्र, सहित लाभार्थीगण आदि उपस्थित रहे।