इंसान आजकल की दौड़भाग भरी जिंदगी में अपनी सेहत की परवाह नहीं करता है। महिलाओ में थायरॉयड की बीमारी कुछ ज्यादा ही देखी जाती है। सामान्यता आयोडीन की कमी से होने वाली इस बीमारी में रोगी को बहुत तकलीफ होती है। इसके इलाज के व्यक्ति महंगे इलाज का सहारा लेता है। लेकिन हम कुछ उचित उपाय करके इससे बच सकते है।
आपनाएँ ये घरेलु नुस्खे:
अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसमें मौजूद एंटीऑक्सीरडेंट गुण हार्मोन की सही मात्रा में उत्पादन कर थायराइड को रोकने का कम काम करता है। गेहूं का ज्वाारा रक्त व रक्त संचार संबंधी रोगों, रक्त की कमी, उच्च रक्तचाप, सर्दी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, साइनस, पाचन संबंधी रोग और थायराइड ग्रंथि के रोग में काम आता है।
शोध के अनुसार, मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड अत्यधिक आक्रामक होता है जो थायराइड कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
इससे निजात पान के लिए साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। योग के जरिए भी इससे निजात पाया जा सकता है। भुजंगासन, ध्यान लगाना आदि कर सकते हैं।
इससे छुटकारा पाने के लिए सब्ज़ियों में टमाटर, हरी मिर्च आदि का सेवन करना चाहिए। फलों व सब्ज़ियों में एंटीआक्सीडेंट होता है, जो थायरॉइड को बढ़ने नहीं देता है।