
जायस-अमेठी । *पहिलिन बरखा मा विद्यालय ढहिगा, नहर के खुलते दुई पुल बहिगा। तोहरेन पूत कै ठेकेदारी, जिओ बहादुर खद्दरधारी।।* रफीक सदानी की यह कविता कस्बे मे रायबरेली सुलतानपुर राज्य मार्ग पर चरितार्थ हो रही है जहां बना नाला एक वर्ष के भीतर ही गिर कर ढह गया है । राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा सडक किनारे कस्बे के पानी के निकासी के लिए बना नाला एक बर्ष के भीतर ही सुनार कुंआ के निकट गिर कर ढह गया है । लोगाे का कहना है कि मानक के विपरीत किया गया नाले का कार्य का खामियाजा इलाकाई जनता को भुगतना पड रहा है । जिसको लेकर जनता मे आक्रोश ब्याप्त है।
जाडा और कोहरा बदली को लेकर सडक का दिखाई पडना मुशकिल हो रहा है । सडक किनारे गड्ढे होने के कारण दुघर्टना का भी सबब बना रहता है । लेकिन एन एच ए आई के आधिकारी इस नाले को दुरुस्त करना मुनासिब नही समझ रहे है। इनको इस सर्दी कोहरे मे किसी बडे हादसे का इन्तजार है । क्षेत्रीय राजेश कुमार , कलीमुददीन , हाजी नफीस , आस मोहम्मद , विजय कुमार , विवेक सिंह आदि ने जिलाधिकारी अमेठी से कस्बे मे ढहे नाले को ठीक कराने की मागं की है ।