
-जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा एनके पांडेय को लगा पहला टीका -डीएम ने पहला वैक्सीन लेने वाले को माल्यार्पण कर किया सम्मानित -नगर विधायक, एडी हेल्थ, जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ की मौजूदगी में हुआ टीकाकरण का शुभारंभ
चित्र परिचय : कोरोना टीका लगवाते एसीएमओ डा एनके पांडेय (फोटो नम्बर-1)
गोरखपुर। जिले के सुभाष चंद्र बोस जिला चिकित्सालय में नगर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल, जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन व सीडीओ इंद्रजीत सिंह, एडी हेल्थ डॉ.जनार्दन मणि त्रिपाठी, तथा सीएमओ डा सुधाकर पांडेय की मौजूदगी में शनिवार से कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा एनके पांडेय को पहला टीका लगाया गया। तो जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने माला पहनाकर किया। जिले में 307 लोगों ने पहले दिन टीका लगवाया। प्रतिरक्षित लोगों को टीका की अगली डोज के लिए 15 फरवरी की तारीख दी गई है। इसके लिए उनके मोबाइल पर मैसेज भी जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस कि अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विश्व में तबाही मचाने वाले कोविड-19 वायरस जैसी विकराल समस्या का अब समाधान निकल चुका है। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुल छह अस्पतालों में भी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की निगरानी में टीके को लांच किया गया। उन्होने बताया कि जनपद में कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन की 28130 डोज जिले को प्राप्त हो चुकी हैं। शनिवार को लांचिंग के लिए जिला, ब्लॉक एवं सत्र स्तर पर नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को नामित किया गया था। इसके पहले जिले में दो बार ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि भारत में विकसित कोरोना वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी है। कोल्ड चेन के मानकों को पूर्ण करते हुये यह वैक्सीन जिले में आई है।
अत्याधुनिक तकनीक से हम कोल्ड चेन बनाए हुये हैं।सीएमओ ने बताया कि पहले डोज के बाद दूसरा डोज 28वें दिन लगेगा। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रुकना होगा। प्रतिरक्षित व्यक्ति को यदि बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम और आशा को इसकी सूचना दें। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 108 भी उपलब्ध रहेगी। प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाये रखने का पालन करें।उन्होंने बताया कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया है। इन्हें तीन समूहों में बांटा गया है- पहले समूह में हेल्थकेयर वर्कर, दूसरे समूह में फ्रंटलाइन वर्कर, तीसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं। —————
पार्टनर संस्थाओं के योगदान को सराहामुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने टीकाकरण करवाने वाले सभी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई देते हुए पार्टनर संस्थाओं की भूमिका को भी सराहा है। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, यूएनडीपी, चाई, सीफॉर ने टीकाकरण के दौरान अच्छी भूमिका का निर्वहन किया है। मीडिया का भी काफी सकारात्मक योगदान रहा है। ————-
-बिना पंजीकरण नही मिलेगा टीका
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है । कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जायेगी । फोटो आईडी पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए जरूरी है। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथि, स्थान और समय के बारे में मोबाइल पर एसएमएएस प्राप्त होगा। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जायेगा।——
अनुपस्थित की बनेगी सूची
शनिवार को शुरू हुये कोविड टीकाकरण अभियान के दिन कई ऐसे लोग भी रहे जिनका नाम कोविन पोर्टल पर पंजीकृत था । लेकिन वह टीकाकरण के समय नहीं आए। अनुपस्थित लोगों की अब एक अलग सूची तैयार होगी। इन लोगों को टीकाकरण के लिए अलग से समय दिया जाएगा। —
सत्यापन के लिए आवश्यक
कोविड-19 टीकाकरण के लिए अगर आप केंद्र पर जा रहे हैं। तो अपना एक पहचान पत्र ले आना न भूलें। इसमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी एवं पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, मनरेगा कार्ड , स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस की पासबुक, केंद्र, राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड आदि में कोई एक हो सकता है। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. नंद कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एके पांडेय, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल, एनएचएम के डिवीजनल प्रोग्राम मैनेजर अरविंद पांडेय, डीपीएम पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।
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टीकाकरण से बढ़ा आत्मविश्वास, कोविड को हरा कर लेंगे दम
गोरखपुर। कोरोना की लड़ाई में दिन रात एक करके जुटे स्वास्थ्यकर्मियों ने टीकाकरण के मोर्चे पर भी खुद को आगे रखा। खास बात यह रही कि सबसे पहले टीका लगवाने के लिए जिले के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय खुद आगे आए। उनको टीका लगा तो कोरोना को हरा कर कोविड चैंपियन बन चुके अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसएन त्रिपाठी, जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. राजेश और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एएन प्रसाद भी तुरंत वेरीफिकेशन करवा कर टीकाकरण की लाइन में लग गये। जिला अस्पताल में बने बूथ पर जब चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने टीके के प्रति आत्मविश्वास दिखाया तो बाकी लोग भी स्वतः स्फूर्त चेतना से टीका लगवाने के लिए आगे बढ़ने लगे। टीकाकरण के बाद एक ही प्रतिक्रिया थी कि न तो उन्हें टीका लगने से पहले डर था और न ही टीका लगने के बाद कोई तकलीफ हुई।