चौरीचौरा शहीद स्‍मारक पहुंचीं राज्‍यपाल आनंदीबेन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

-गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन चौरीचौरा शहीद स्मारक गई राज्यपाल
-विधायक व चेयरमैन ने राज्यपाल को शाॅल ओढ़ाकर किया सम्मानित

गोरखपुर। यूपी की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल गोरखपुर के दो दिन के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन बुधवार को वह चौरी चौरा शहीद स्‍थली पहुंचीं। उन्‍होंने पुष्‍पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। राज्‍यपाल ने शहीद स्‍मारक की परिक्रमा की। उन्‍होंने वहां संग्रहालय में लगीं शहीदों और महापुरुषों की प्रतिमाओं पर भी फूल चढ़ाकर उन्‍हें श्रद्धांजलि दी।

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का काफिला सुबह 10:15 बजे चौरीचौरा शहीद स्मारक पर पहुंची। और वहां चौरीचौरा जनांदोलन में शहीद 19 वीर सपूतों को पुष्प चक्र अर्पित कर नमन किया। उसके बाद उन्होने शहीद स्मारक परिसर का निरीक्षण किया। और अधिकारियों से शहीद स्मारक के विकास के बारें में जानकारी लिया। इसके बाद विधायक संगीता यादव ने चौरीचौरा शताब्दी बर्ष समारोह का स्मृति चिन्ह भेंट किया। तो डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने राज्यपाल को स्वतंत्रता आंदोलन की बुकलेट दिया। राज्यपाल करीब 20 मिनट तक रही । इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र व राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा प्रविधिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, कमिश्नर जयंत नार्लीकर, आईजी राजेश डी मोडक, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, डीआईजी जोगेंद्र कुमार, नोडल अधिकारी एडीएम वित्त राजेश कुमार सिंह, एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी, एसडीएम पवन कुमार, तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार अल्का सिंह, विधायक संगीता यादव, चेयरमैन सुनीता गुप्ता, पूर्व चेयरमैन ज्योतिप्रकाश गुप्ता, ईश्वरचंद जायसवाल और सेनानी परिजन समिति संयोजक राम नारायण त्रिपाठी सहित कई लोग मौजूद रहे।

विधायक व चेयरमैन ने शॉल ओढ़ाकर सम्‍मानित किया

चौरीचौरा विधायक संगीता यादव व चेयरमैन सुनीता गुप्ता ने चौरीचौरा शहीद स्मारक पर पहुंची राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को शॉल ओढ़ाकर सम्‍मानित किया।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

MS Dhoni बोले : मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं, मेरी फैन फॉलोइंग ही काफी है साई सुदर्शन ने जड़ा धमाका, टी-20 में बिना जीरो आउट हुए बनाए सबसे ज्यादा रन महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले