
कासगंज. कानपुर के बिकरू जैसी दुस्साहसिक वारदात कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के गांव नगला धीमर में भी हुई है। मंगलवार को घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने गये दरोगा और सिपाही को शराब माफियाओं ने घेरकर बंधक बना लिया और उन्हें बेरहमी से पीटा। हमले में सिपाही देवेंद्र सिंह शहीद हो गये, जबकि दरोगा अशोक पाल हालत गंभीर है, जिसे एम्स के लिए रेफर कर दिया गया है। मामले में घायल दारोगा अशोक पाल ने दो नामजद शराब माफिया और छह अज्ञात गुर्गों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती समेत 10 संगीन धाराओं में केस दर्ज कराया है। जिसमें शराब माफिया मोती और उसका भाई एलकार मुख्य आरोपी है। बुधवार सुबह पुलिस ने एनकाउंटर में एलकार को ढेर कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। वहीं, शहीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
घटना में गंभीर रूप से घायल दारोगा अशोक पाल ने बताया कि सिपाही देवेंद्र के साथ वह मौके पर गये। उन्हें देखते ही शराब माफिया ने साथियों के साथ मिलकर उनपर हमला बोल दिया। उन्हें भाले और डंडों से पीटा। मरा हुआ समझकर काफी दूर तक घसीटकर ले गये और फिर पिस्टल और कारतूस लूट ले गए। बताया जा रहा है कि शराब माफियाओं को पुलिस के आने की भनक पहले ही लग गई थी, जिसके चलते उन्होंने प्लान बनाकर पुलिसकर्मियों पर हमला बोला।
मुठभेड़ में बदमाश ढेर
शराब माफियाओं के दुस्साहस के बाद पुलिस सरगर्मी से उन्हें तलाश रही है। सिढ़पुरा थाना प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह करीब तीन बजे नगला धीमर में काली नदी के किनारे पुलिस को देखते ही शराब माफिया ने पुलिस पर गोलियां चलाई। पुलिस ने भी उसी की भाषा में जवाब दिया। मुठभेड़ में शराब माफिया मोती के भाई एलकार सिंह को गोली लगी। गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शहीद सिपाही के पिता ने कहा- बदला चाहिए
देवेन्द्र की शहादत की खबर पहुंचने के बाद आगरा के डौकी थाना क्षेत्र के नगला बिंदू गांव में मातम मच गया। मई में देवेंद्र की छोटी बहन की शादी तय है। पिता महावीर सिंह ने कहा कि बेटा शहीद हुआ है। इसका बदला लेना चाहिए। कहा कि देवेंद्र उनके इकलौते बेटे और परिवार की उम्मीद थे। वर्ष 2015 में जब उसने पुलिस की वर्दी पहनी थी तो पूरे गांव को गर्व हुआ था। वर्ष 2017 में देवेंद्र की शादी हुई थी। उधर, शहीद पुलिसकर्मी देवेंद्र के शव को कासगंज पुलिस लाइन में नम आंखों से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एडीजे सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शहीद की अर्थी को कंधा देकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने दिये सख्त कार्रवाई के निर्देश
कासगंज की घटना पर सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई और घायल पुलिसकर्मी के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने कहा कि सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए सम्बन्धित दोषियों के विरुद्ध अविलम्ब व सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने गुनाहगारों पर रासुका के तहत कार्रवाई के भी दिए निर्देश हैं।
आबकारी मंत्री बोले
आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा कि घटना के बाद एक शराब माफिया का एनकाउंटर हुआ है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द से जल्द होगी। उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यूपी से शराब माफिया का नेटवर्क काफी हद तक नेस्तनाबूद कर दिया गया है, जो बचा है, वह भी जल्द से जल्द खत्म हो जाएगा।
शराब माफिया भाग जाएं या जेल में स्थान पाएं : डीजीपी
उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि शराब माफियाओं के अब दिन गिने हुए हैं। वे भाग जाएं या जेल में स्थान पाएं। कहा कि प्रदेश के संगठित माफिया के खिलाफ कई महीनों से अभियान चल रहा है। हमने इनकी 700 करोड़ से अधिक की संपत्ति ज़ब्त की है। शराब माफियाओं के खिलाफ सैकड़ों मामलों में बरामदगी की है। कासगंज की घटना के दोषियों को कड़ी सजा दिलाएंगे।