साहब एक नजर गोमती नदी पर भी डालिए..

करोड़ों बहाने के बाद भी गोमती गंदी क्यो….

“तुम्हारी फाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है”
“मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है”

भास्कर न्यूज ब्यूरो

जंगबहादुर गंज-खीरी(अजय द्विवेदी/एस.पी.तिवारी): करोड़ो रूपये बहाने के बाद भी गोमती में गंदगी कम होने का नाम नही ले रही है।गोमती एक्शन प्लान,नमामि गंगे और रिवर व्यू समेत तमाम परियोजनाओं और करोड़ों रुपये सरकार बहा रही है लेकिन आखिर गोमती नदी में गंदगी कम नहीं हो रही है या केवल अधिकारियों के लिए ही सरकार पैसे भेजती है।लखीमपुर जिले के मोहम्मदी तहसील तथा पसगवां क्षेत्र से निकल रही गोमती में कितनी सफाई है यह फ़ोटो में देखने से नजर आ रही है।अधिकारी अपने आप को चमकाने के लिए एक दो बार सफाई कराते है और लाखो रुपये निकालने के बाद दुबारा कोई ध्यान ही नही देता है।अमरी देवी घाट,गोमती नदी मोहम्मदी खीरी में गोमती की दुर्दशा स्वयं गोमती दिखा रही।गोमती के चारो तरफ इतनी गंदगी फैली नजर आ रही है।इस पर नेतागण और आला अधिकारी दोनों मूकदर्शक बने हुए है सवाल ये उठता है कि सरकार इतने रुपये साफ सफाई पर उड़ा रही है वो पैसे चले कहा जाते है करोङो रुपये आने के बाद भी गोमती नदी की सफाई नही हो पा रही है।गोमती नदी में सफाई में लापरवाही और नदी में गंदगी लगातार बढ़ती ही जा रही है।

जनता का रूझान,,,

1- गोमती नदी की साफ सफाई के लिए करोड़ों रुपयों की परियोजनाये आती है आखिर ये सब पैसे जाते कहा है।गोमती नदी में इतनी गंदगी देखने को मिल रही है ये वास्तव में बहुत ही निंदनीय है।सरकार को ऐसी योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए।
(अमन गुप्ता एमी)

2- कई बार गोमती की जानकारी के लिए यात्रा कर चुके है और काफी प्रयास भी करते है।अधिकारियो से भी बाते होती रहती है उम्मीद है कि जल्द ही गोमती नदी स्वच्छ देखने को मिल सकती है।
(हरेंद्र वर्मा)