
- क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर ने एक साथ तीन घटनाओं की सफलता पर की प्रेसवार्ता
किशनी/मैनपुरी। थाना पुलिस लगातार कठिन प्रयासों से उलझे व कठिन मामलों को सुलने का कीर्तिमान स्थापित करती जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में सीओ अमर बहादुर ने एक ही दिन में तीन घटनाओं के खुलासे किये।
गुरूवार का दिन किशनी पुलिस का था। थाना एक साथ तीन प्रेसनोट रिलीज कर घटनाओं के बारे में जानकारी दी। करीब दो बजे सीओ अमर बहादुर थाने आये और बताया कि पुलिस ने 8/9 मार्च की रात रामनगर से विशुनगण होकर श्रंगीरामपुर जा रहे कांबडियों के बीच हुये फसाद के बाद एक कांबडिये अनुज पुत्र रामानन्द शाक्य निवासी कीजा, थाना सैंफई इटावा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बेहद उलझे हत्याकाण्ड का चुटकियों में खुलासा कर मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेज दिया है। फरार अंतिम आरोपी दीपू यादव पुत्र जगत सिंह निवासी नालीपुरा थाना कोतवाली भिण्ड मध्य प्रदेश को गुरूवार को तब दबोच लिया जब वह अपने वकील से मिलने मैनपुरी जा रहा था। बता दें कि पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने उक्त केस में विशेष रूचि दिखाते हुये आरोपी को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने का आदेश दिया था। पुलिस भी लगातार मुखबिरों का जाल बिछाये हुये थी। जैसे ही आरोपी मैनपुरी भांवत चैराहे पर पहुंचा पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी दीपू यादव पर भिण्ड पुलिस ने पहले ही मारपीट तथा हत्या करने का प्रयास जैसे संगीन मुकद्दमे दर्ज किये गये हैं। उक्त आरोपी को पकडने के लिये इंस्पेक्टर अजीत सिंह, तेजतर्रार उ0नि. जैकब फर्नान्डिस, मोहन जादौन, रामबाबू, विपिन कुमार, तथा सोनू भारद्वाज ने प्रमुख भूमिका निभाई। सीओ अमर बहादुर ने सभी की पीठ थपथपाई।
पत्नी की हत्यारोपी को भी पुलिस ने धर दबोचा
किशनी/मैनपुरी। 17 मार्च को क्षेत्र के गांव न0 राय में आधी रात के समय एक ब्यक्ति मोहित राज पुत्र रामदत्त जोशी निवासी सुन्दरपुर, निकट रेलवे लाइन, थाना फ्रेन्डस कॉलोनी इटावा द्वारा अपनी ही पत्नी रंगोली उर्फ रूपाली को उसके ही मायके में तमंचे से गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था।
उक्त घटना के बाद एसपी अविनाश पाण्डेय द्वारा त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये गये थे। थाना पुलिस पर भी आरोपी को पकड़ने का भारी दबाव था। पुलिस लगातार उसके ठिकानों पर दबिसें दे रही थी। पर पुलिस डाल डाल तो आरोपी पात पात की चाल चल रहा था। गुरूवार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को क्षेत्र के मिदिया चैराहे पर तब गिरफ्तार कर लिया। जब वह अपनी ओमनी कार से हत्या में प्रयुक्त तमंचे के साथ कहीं जा रहा था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि पारिवारिक झगडे़ के कारण उसने रंगोली को बाथरूम में बुलाकर गोली मार दी थी। पुलिस ने लिखापढी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया है। मोहित को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर अजीत सिंह, उ0नि0 जैकब फर्नान्डिस, मोहन जादौन, रामबाबू, विपिन कुमार तथा सोनू भारद्वाज ने प्रमुख भूमिका निभाई।

मूर्ति चोर को किशनी पुलिस ने चैकिंग दौरान दबोचा
मैनपुरी/किशनी। थानाध्यक्ष अजीत सिंह बताया कि गुरुवार को सुबह वह खड़सरिया बॉर्डर पर चेकिंग अभियान चला रहे थे। इसी दौरान स्प्लेंडर प्रो मोटरसाइकिल पर विधुना की तरफ से तेज गति से आ रहे दो युवकों को उन्होंने रोक लिया। उनकी तलाशी के दौरान युवक के हाथ में पकड़े बैग में तलाशी ली गई तो उसमें नाग के आकार की चार टुकड़ों में 1 किलो 100 ग्राम वजनी मूर्ति निकली। पूछताछ में युवक पहले तो इधर उधर की बातें करने लगे लेकिन बाद में पुलिस ने जब सख्ती की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने इस चांदी की मूर्ति को दिल्ली के एक मंदिर से काफी समय पहले चुराया था। अब इसे वह बेचने के लिए कस्बा किशनी के एक सुनार के पास ले जा रहे थे। पकड़े गए युवकों ने अपना नाम दिनेश कुमार पुत्र रामसनेही दूसरे युवक ने संजीव कुमार पुत्र अशोक कुमार निवासी गांव बेरामऊ कुसमरा थाना किशनी बताया है। बरामद मूर्ति पांच फन के नाग की है जो चार टुकड़ों में विभाजित है। पुलिस ने गिरफ्तार युवकों से पूछताछ कर मुकद्दमा लिखकर जेल भेजा है।