मास्टर ट्रेनर मतदान प्रक्रिया की सही ढंग से जानकारी कर मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण दें : डीएम

पीठासीन, मतदान अधिकारी को प्रक्रिया की जितनी अधिक जानकारी होगी, मतदान उतना ही शांतिपूर्ण सम्पन्न होगा – डीएम

मैनपुरी। जिला निर्वाचन अधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने क्षेत्रीय ग्राम विकास संस्थान के सभागार में मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित मास्टर ट्रेनर के रूप में तैनात अधिकारियों से कहा कि आपको त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन को सकुशल, शांति पूर्वक एवं निष्पक्ष माहौल में संपन्न कराने वाले कार्मिकों को प्रशिक्षित करना है इसलिए आप सब मतदान प्रक्रिया के दौरान मतपेटी खोलने, बंद करने, सील करने के साथ-साथ पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों के दायित्व के बारे में गहनता से जानकारी करें, प्रशिक्षण के दौरान यदि मन में कोई शंका हो तो तत्काल दूर करें यदि आप मतदान कार्मिकों को उनके दायित्वों, कर्तव्यों के बारे में भली-भांति जानकारी दे सकेंगे तो मतदान के दिन कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होने कहा कि कार्मिकों को मतदान प्रक्रिया, लिफाफे सीलिंग, मत पेटिका सीलिंग आदि के बारे में पूरी तरह भिज्ञ होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर पीठासीन अधिकारियों को चैलेंज, टेंडर वोट के बारे में सही ढंग से बताएं, चैलेंज मत की दशा में निर्धारित शुल्क जमा कराकर मत डलवाया जाए और उसे पीठासीन अधिकारी अलग लिफाफे में सील कर जमा करें।

 डीएम ने मास्टर ट्रेनर से कहा कि पीठासीन अधिकारी को मतदान प्रक्रिया मंे अहम भूमिका अदा करनी है, मतदान केंद्र के अंदर पीठासीन अधिकारियों को समस्त शक्तियां प्रदत्त है इसलिए उन्हें बताया जाए कि मतदान केंद्र की 200 मीटर की परिधि में किसी भी व्यक्ति को मोबाइल ले जाने की इजाजत नहीं होगी, मतदान केंद्र के अंदर किसी भी गतिविधि की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी नहीं होगी, कोई भी एजेंट मोबाइल लेकर मतदान केंद्र पर नहीं आ सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी एजेंट द्वारा मतदान प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न किया जाए तो सम्बन्धित प्रत्याशियों को जिम्मेदार मानते हुए उसके विरुद्ध कार्यवाही होगी इसलिए सभी उम्मीदवार साफ-सुथरी छवि के लोगों को ही एजेंट नामित करायें। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों के बस्ते मतदान केंद्र की 200 मीटर की परिधि के बाहर समान दूरी पर लगेंगे, किसी भी उम्मीदवार को 200 मीटर की परिधि के अंदर प्रचार की इजाजत नहीं होगी। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन अधिकारियों को बताया जाए कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए मतदान प्रक्रिया को संपन्न कराएं यदि कहीं कोई समस्या हो तो तत्काल अपने सेक्टर मजिस्ट्रेट के संज्ञान में लाएं।



जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक निर्वाचन महत्वपूर्ण होता है इसलिए निर्वाचन में लगे सभी धिकारियो,कर्मचारियों,कार्मिको को प्रक्रिया की पूरी जानकारी होना अति आवश्यक है, त्रिस्तरीय निर्वाचन मत पत्रों से होना है और इसमें मतपेटी का प्रयोग होगा इसलिए मतपेटी को खोलने, बन्द करने, सील करने की जानकारी प्रत्येक पीठासीन,मतदान अधिकारी को होनी चाहियें, आप सब गभ्भीरता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर पीठासीन, मतदान अधिकारियो को विस्तृत जानकारी दें ताकि मतदान प्रक्रिया मे उन्हंें कठिनाई का सामना न करना पड़े।  



मास्टर ट्रेनर्स को मतदान प्रक्रिया, मतपेटी सील करने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये आचार्य टीईपी सेन्टर धीरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि निर्वाचन को शान्ति पूर्वक निष्पक्ष एवं सुचिता के साथ सम्पन्न कराने में सबसे अहम भूमिका मतदान कार्मिकों की होती है यह कार्मिक अपने कार्य में जितने निपुण होगें मतदान प्रक्रिया उतनी ही आसान होगी। उन्होने मास्टर ट्ेनर्स से कहा कि वह निर्वाचन की प्रत्येक प्रक्रिया की भलीभंाति जानकारी कर लें और दि. 06, 07 अपै्रल एवं 10, 11 अपै्रल को सुदिति ग्लोवल एकाडमी में दो पालियों में पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों को प्रत्येक प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध कराने में  मास्टर टेªनर्स की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

उन्होने मास्टर टेªनर्स के सभी शंकाओ का समाधान कर मतपेटी को खोलना, बन्द करना एवं सील करने की भी जानकारी दी, चैलेन्ज वोट,टेण्डर मत के बारे में विस्तार से बताया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में तैनात सभी कार्मिक उपस्थित रहे।