अमृतसर: दशहरा के मौके पर पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम एक भीषण हादसा हो गया। रावण दहन के लिए जुटे लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। अब तक 60 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 48 अन्य घायल हैं। ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ। मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे।
हादसे को लेकर रेलवे का कहना है कि पुतला दहन देखने के लिए लोगों का वहां पटरियों पर एकत्र होना स्पष्ट रूप से अतिक्रमण का मामला था और इस कार्यक्रम के लिए रेलवे द्वारा कोई मंजूरी नहीं दी गई थी। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इतनी भीड़ होने के बावजूद रेल चालक द्वारा गाड़ी नहीं रोके जाने को लेकर सवाल उठने पर अधिकारी ने कहा, ‘वहां काफी धुआं था जिसकी वजह से चालक कुछ भी देखने में असमर्थ था और गाड़ी घुमाव पर भी थी।’
Horrific #AmritsarTrainAccident – Over 50 dead, 100s injured in India as speeding train plows into a huge crowd sitting on the railway track watching the culmination of the Dusshera festival. pic.twitter.com/k0mkaDbxKz
— Tarek Fatah (@TarekFatah) October 19, 2018
https://twitter.com/GadeVittal/status/1053363388238053377
Live Updates:
- जालंधर-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया है। ये आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। घटना के 14 घंटे बाद भी प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई की घोषणा नहीं की है।
- रेलवे हादसे के लिए जिम्मेदार नहीं। अगर ट्रेन रुकती तो यात्रियों को नुकसान होता। ट्रेन चालक ने गति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन ऐसा करने में असमर्थ था। जब ट्रेन रुक गई तो लोगों पर हमला किया गया, इसलिए ड्राइवर को यात्रियों की सुरक्षा के लिए अमृतसर जाने का निर्देश दिया गया: विवेक कुमार, डिवीजनल रेलवे मैनेजर
- 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 5 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया
- यह एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। यह समझना जरूरी है कि यह एक दुर्घटना थी। लापरवाही हुई है लेकिन यह जानबूझकर या प्रेरित नहीं था। यह हादसा कुछ मिनटों में ही हो गया। ट्रेन की गति काफी तेज थी और उसका हॉर्न नहीं बजाया गया था: सिद्धू
The accident occurred within a matter minutes when the train came at a high speed. The train did not blow the horn. CM has ordered an investigation into the incident: Punjab Minister Navjot Singh Sidhu at Civil Hospital on #AmritsarTrainAccident pic.twitter.com/QWE8pGY8qQ
— ANI (@ANI) October 20, 2018
पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे, जहां घायलों को भर्ती कराया गया है।
Punjab Minister Navjot Singh Sidhu visits Guru Nanak Dev Hospital in Amritsar where injured have been admitted after the #AmritsarTrainAccident yesterday. pic.twitter.com/YPgKfbfQh4
— ANI (@ANI) October 20, 2018
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘मैन लाइन के पास दशहरा उत्सव के बारे में रेलवे प्रशासन को सूचित नहीं किया गया था। लोग रेलवे ट्रैक से दशहरा समारोह देख रहे थे। लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, उन्हें रेलवे ट्रैक पर अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।’
#AmritsarTrainAccident : Ashwani Lohani, Chairman Railway Board, visits the site of accident where the DMU train ran over people who were watching Dussehra celebrations in Choura Bazar near #Amritsar yesterday. pic.twitter.com/0qhYIx0bJQ
— ANI (@ANI) October 20, 2018
यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच की जाएगी और जिन्हें दंडित करने की आवश्यकता है उन्हें दंडित किया जाएगा और जिम्मेदारी तय होगी। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए यहां हूं कि घायल लोगों को उचित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है: पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदन्नोर
This is very unfortunate incident.Inquiry will be done&those who need to be punished will be punished&accountability will be fixed.I'm here to ensure that proper medical aid is provided to injured:Punjab Governor VP Singh Badnore at Guru Nanak Dev Hospital.#AmritsarTrainAccident pic.twitter.com/TSJmkGccp3
— ANI (@ANI) October 19, 2018
अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।
बताया जाता है कि रावण दहन के दौरान पटाखे की गूंज की वजह से लोग ट्रेन की सीटी की आवाज नहीं सुन सके। रावण के जलने के दौरान आग की लपटें तेज होने की वजह से लोग दशहरा स्थल से रेल पटरी पर जाकर नजारा देखने लगे।