
मेरठ latest meerut news इसे ऑक्सीनज की कमी कहिए या फिर वायरस Corona virus का कहर वेस्ट west up news में हालाता बेकाबू हाे गए हैं। 24 घंटे में 30 से अधिक लोगों की माैत हाे गई। अकेले मेरठ में 9 और सहारनपुर में आठ कोरोना रोगियों की माैत हुई। इनके अालावा बिजनाैर, बुलंदशहर, हापुड़, शामली और बागपत में भी कोरोना रोगियों की माैत का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। अधिकांश अस्पतालों में ऑक्सीजन का टोटा हाे गया है। मरने वालों की बढ़ती संख्या के पीछे यह भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है। अब शासन ने सख्ती शुरू कर दी है। ऑक्सीजन सप्लाई में लापरवाही पर सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है।
ऑक्सीजन की किल्लत से कोरोना का इलाज कर रहे अस्पताल खुद वेंटिलेटर पर हैं। अस्पतालों में लगातार ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। 24 घंटे में ऑक्सीजन की कमी से जिन 30 लाेगाें की माैत हुई उनमें 26 कोरोना संक्रमित थे जबकि चार कोरोना के संदिग्ध मरीज थे। हालत बिगड़ने पर इन सभी काे अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। आपकाे यह जान हैरानी होगी कि मरने वालों में 9 माैत एक ही अस्पताल में हुई हैं। मरने वाले संक्रमितों में मेरठ के अलावा बिजनाैर, बुलंदशहर, बागपत और मुजफ्फरनगर के लाेग शामिल हैं। इनमें 13 मौत अकेले मेडिकल कॉलेज में हुई हैं। इनके अलावा आनंद, न्यूटिमा, आर्यवर्त और अपस्नोवा आदि अस्पतालों में आठ लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घर पर रहकर इलाज करा रहे मरीज भी ऑक्सीजन की कमी के चलते तड़प रहे हैं।
निजी अस्पतालों ने मरीजों की भर्ती के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। अस्पताल प्रबंधकों का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ही वे मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं। अस्पतालों में जो पहले से भर्ती मरीज हैं उनको ही ऑक्सीजन का इंतजाम करने में अस्पतालों का पसीना छूट रहा है। न्यूटिमा अस्पताल के संचालक डॉ. संदीप गर्ग का कहना है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के बजाय स्वास्थ्य विभाग मरीजों को एक से दूसरे अस्पताल शिफ्ट करा रहा है।
जिलेवार हुई माैतों का अकड़ा corona update
मेरठ में 24 घंटे में 09 रोगियों की माैत
सहारनपुर में 24 घंटे में 08 की माैत
मुजफ्फरनगर में 24 घंटे में 6 की माैत
हापुड़ में 24 घंटे में 04 रोगियों की माैत
बागपत में 24 घंटे में 03 रोगियों की माैत
बिजनाैर में 24 घंटे में एक रोगी की माैत
बुलंदशहर में 24 घंटे में 04 रोगियों की माैत