क़ुतुब अंसारी
बाबागंज ( बहराइच )डी एम साहिबा कब तक होगी कार्यवाई। योगी सरकार में भ्रस्टाचार चरम सीमा पार कर फल फूल रहे वही उच्च स्थानो पर आसीन अधिकारी व कर्मचारी भ्रस्टाचारी के तलवे चाटते दिखते है। कागजो का खेल कब तक चलेगा । जहाँ भाजपा सरकार हमेशा बहराइच को क्लीन बहराइच व ग्रीन बहराइच बनाने का दावा करती है वही वास्तिविकता यहाँ कुछ और ही बया होता दिख रहा है।बताते चले कि पिछले दिनों 18 अगस्त को ग्राम पंचायत जैतापुर के विकास कार्य 14 वित्त व राज्य वित्त व 16 वित्त के तहत ग्राम प्रधान द्वारा दोनों पांच वर्षीय योजना में न कराये जाने कागजो का खेल प्रधान द्वारा किये जाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री पोर्टल पर जाँच कराये जाने की मांग जिलाधिकारी महोदया द्वारा पत्रकार राजकुमार शर्मा द्वारा किया गया था।
जो आज तक कोई कार्यवाही होती नही दिखी बल्कि ब्लॉक नवाबगंज पंचायत अधिकारी उसे ढंढे बस्ते में डालने की कोसिस करते दिखे। जब पत्रकार ने जानकारी हासिल करने की कोसिस की तो महोदय ने फ़ोन ही उठाना उचित नही समझा। शायद यहाँ यह कहावत ढीक बैठता है भैस के आगे बिन बाजे भैस खड़ी पगुराय। सच कहें तो भारतवर्ष में कई ऐसे सामाजिक नेता व समाज सुधारक ने भ्रस्टाचार् को जड़ से मिटाने की बीड़ा उठाने की कोशिश की परंतु अब तक पूर्ण रूप से कोई सफल नही हो सका ।पिछली सरकार में अन्नाहजारे जैसे महान समाज सेवी ने भी अपना सफल प्रयास किया परंतु सफल नही हो सके क्योकि जब जड़ की कमजोर हो भला पेड़ों में फल की आसा कैसे की जा सकती है। कुछ इसी तरह आज कल विकास खण्ड नवाबगंज क्षेत्र में पंचायत विभाग की भी है
।यहाँ साहब तो साहब है ही परंतु कर्मचारी भी किसी साहब से कम नही। काम चोरी तो मानो इनके नस नस में भरा हुआ है कार्यालय 10 बजे खुलना चाहिए तो 11:30 बजे तक लोग पहुचने में भी हयल हवाली करने से पीछे नही हटते फिर भी इनकी कुछ क्रिया कलाप को भास्कर इस तरह बया करता है। इन दिनों बना है भ्रस्टाचार का अड्डा। जहाँ राज्य से लेकर केंद्र तक योगी व मोदी सरकार भ्रस्टाचा्र के खिलाफ कार्यवाही करने का खोखला दावा किया जाता है। वही इस विकास खण्ड के भ्रस्ट कर्मचारी व जिम्मेदार भी इस पहलू में साथ निभाने से पीछे नही हटते दिखते। कारण ग्राम प्रधान से लेकर ग्राम सचिव,खण्ड विकास कार्यालय के मुखिया व कर्मचारी भी बहती गंगा में हाथ धोते रहते है। फिर भी जिले के मुखिया इन भ्रस्ट प्रणाली से अब तक क्यो बेखबर है।कब तक सब कुछ जानते हुए भी साहब चुप्पी लगाएंगे यह तो कुछ कहा नही जा सकता।फिलहाल जनता हमेशा की तरह ब्लॉक ,तहसील, समाधान दिवश,व जिला मुख्यालयों का दरवाजा शिकायतकर्ता खटखटाएंगे। कुछ इस तरह का प्रकरण इसी विकास खण्ड के ग्रामपंचायत जैतापुर का देखने को मिला। विकास के नाम पर ग्रामपंचायत का अवलोकन किया जाए तो यह अंदर से खोखला शाबित होता दिख रहा है।क्योंकि इस ग्रामपंचायत के प्रधान ने विकास कार्य केवल कागज पर सिमट कर अब तक रख दिया है। जो धन विकास के नाम पर बैंकों से अब तक निकलता रहा वही ग्रामप्रधान ,ग्राम सचिव ,व संबंधित उच्चस्तरिये अधिकारी मिली भगत कर धन का बंदर बाट करते रहे है। यह भ्रस्ट खेल पिछले सात सालों से इसी तरह होता रहा क्योकि पिछली प्रधानी में यही प्रधान जी प्रधान रहे है।जिन्होंने कागजो पर ही ग्रामपंचायत का विकास अब तक कराया है।
ज्ञात हो कि इस ग्रामपंचायत में चौदहवाँ वित्त,राज्यवित्त,मनरेगा आदि सभी वित्तीय योजनाओ के तहत कराये गए विकाश कार्य का यदि सुदृणता से जांच किया जाए तो यह सच्चाई सभी के सामने आने से नही बच्च सकती।फिरभी अबतक कैसे यह खेल होता रहा इसका पुख्ता सबूत ग्राम पंचायत खुद ब खुद बया करता दिख रहा है।परंतु इस घिनौने खेल का कुछ अंश जिम्मेदार अधिकारी खुद कटघरे में खड़े होते दिख रहे है।
मालूम हो कि कुछ महीने पहले इस ग्रामपंचायत का सर्वे किया गया था जिसमे शौचालय बनवाने का धन गबन करने का साक्षय सामने आया।जिसपर कार्यवाही भी किया गया।लिहाजा कार्यवाही इन दिनों ठंडे बस्ते में चल गया।इसी तरह चार तालाबो का सुंदरीकरण मात्र कागजो पर ही सिमट कर धन का बंदरबाट हो गया ।प्रधानमंत्री आवास योजना में भी लाभार्थियों से 20 20 हजार धन का वसूली किया गया जिसमें कई लाभार्थियो का आवास अब भी पूर्ण नही हो सका। कुछ अभी तक पूर्ण रूप से लाभान्वित नही हो सके।जानकारी अनुसार इस ग्राम पंचायत में खरंजा , नाली ,सड़क, पानी , शौचालय आदि सरकारी योजना का लाभ धरातल के बजाय केवल कागजो पर ही सिमटा हुआ है।क्या इस भ्रस्ट प्रधान के लिए अधिकारी की कानो में जू नही रेंगेगा।वही ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार उच्चस्तरिये अधिकारियों को लिखित सूचना दी गयी परंतु अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है। आगे देखना है कि क्या जिला की मुखिया इस प्रकरण पर कोई कार्यवाही करेंगी क्योकि अब तक यह महज एक कागजो पर सिमट हुआ रहस्य ही बना हुआ है।
-क्या कहते है ब्लॉक पंचायत अधिकारी
ब्लॉक पंचायत अधिकारी विधान चंद सी जानकारी हासिल की गई तो महोदय जी का कहना था जिले से मीटिंग की छुट्टी नही मिलती जब छुट्टी मिलेगी तो प्रकरण को देखेंगे।
*ग्रामीण*
*ग्रामीण जैतापुर चंद्रशेखर वर्मा,मनोज ,मुंशी धोबी, ननकऊ पाठक, आदि दर्जनो लोगो का कहना है कि पिछले प्रधानी से लेकर अब तक इस प्रधान ने ग्राम में कोई विकाश कार्य नही कराया फिर ग्राम पंचायत का सरकारी धन किधर गया। इसकी जांच होनी चाहिये साथ ही उच्चीत कार्यवाही भी उच्चस्तरिये अधिकारियों द्वारा नित्यन्त आवश्यक है।*