कानपुर: रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह समेत तीन पर एफआईआर दर्ज, जानिए पूरा मामला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कथित टूलकिट मामले में कानपुर पुलिस ने कल्याणपुर थाने में पूर्व आइएएस सूर्य प्रताप सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

बीती 30 मई को सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर सीएम योगी की टूलकिट का आरोप लगाते हुए एक वॉयस रिकॉर्डिंग शेयर की थी। एफआईआर रावतपुर निवासी अतुल कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने दर्ज कराई है। पुलिस ने सार्वजनिक रूप से किसी को बदनाम करने की धारा 505 और आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

रिटायर्ड IAS पर बदनाम करने का आरोप
एफआईआर दर्ज कराने वाले वादी अतुल कुशवाहा ने तहरीर में लिखा है कि 30 मई को रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने एक वॉयस रिकॉर्डिंग ट्विटर पर शेयर की। इसमें दो शख्स आपस में बातचीत करते सुनाई दे रहे हैं। जिसमें योगी जी के समर्थन में ट्वीट करने पर पैसे के लेनदेन की भी बात कही जा रही है। बातचीत में एक शख्स पुनीत सैनी और दूसरा हिमांशु सैनी उर्फ विकास सैनी है।

अतुल के मुताबिक इस बातचीत में मेरा नाम लिया गया है। जबकि मेरा इन सभी चीजों से कोई मतलब नहीं है। अतुल ने आरोप लगाया है कि उनको बदनाम करने के लिए इन तीनों लोगों ने साजिश रची।

तहरीर में वॉयस रिकॉर्डिंग का URL भी दर्ज
तहरीर देने वाले शख्स अतुल कुशवाहा ने कहा है कि इसके पुख्ता साक्ष्य उनके पास मौजूद हैं। जरूरत पड़ने पर वह पुलिस को उपलब्ध करा देगा। तहरीर में अतुल ने सूर्य प्रताप सिंह द्वारा शेयर की गई वॉयस रिकॉर्डिंग का यूआरएल भी दर्ज किया है। इसी आधार पर पूर्व आईएएस समेत तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

जांच का हवाला देकर पुलिस ने साधी चुप्पी
मामला सरकार से जुड़ा होने के चलते एफआईआर दर्ज होने के बाद से थानेदार से लेकर पुलिस कमिश्नर तक मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। सभी अफसर मामले में बयानबाजी से बच रहे हैं। कल्याणपुर इंस्पेक्टर वीर सिंह का कहना है कि दर्ज एफआईआर में जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

रिटायर्ड IAS पर छठी एफआईआर दर्ज
पूर्व आइएएस सूर्य प्रताप सिंह पर यह छठवीं एफआईआर दर्ज हुई है। इससे पहले उन्नाव,वाराणसी और लखनऊ समेत अन्य जिलों में पांच एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।