
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक पिता अपने बेटे को अंधेरे में रख अपनी बहू का सौदा करने चला था। यह सौदा 80 हजार रुपयों में गुजरात के कुछ लोगों के साथ किया जा रहा था। बेटे को जब पिता पर शक हुआ तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। रेलवे स्टेशन से पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया।
शादियां करवाने के लिए लेता था कमीशन
चंद्र राम वर्मा बाराबंकी के थाना रामनगर के मल्ला पुर गांव का निवासी हैं। आरोपी चंद्र राम वर्मा का बेटा प्रिंस वर्मा गाजियाबाद में टैक्सी चलाता है। वह गाजियाबाद में अपनी पत्नी के साथ ही रहता है। प्रिंस ने बताया कि पिता का चाल-चलन ठीक नहीं है। फर्जीवाड़ा कर वह शादियां कराता है। साथ ही शादियां करवाने के नाम पर कमीशन लेता है। अब तक धोखाधड़ी से 300 शादियां करवा चुका हैं। प्रिंस ने बताया कि पिता की इन हरकतों का विरोध उसकी मां ने किया था। जिसपर आरोपी ने लोहे की रॉड से मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
बीमारी का बहाना कर बहू को बुलाया
प्रिंस ने बताया कि पिता ने बीमारी का हवाला देकर बहू को भेजने की बात कही। पहले तो बहू को अकेले गजियाबाद से आने को कहा। मगर 4 जून को दोनों साथ वापस आए। पहले तो आरोपी ने अपने बेटे को बहनोई के घर भेज दिया। इसके बाद बहू को कुछ परिचितों के साथ गाजियाबाद वापस जाने को कहा। इसी के चलते बेटे को पिता पर शक हुआ। पड़ताल करने पर सौदे की बात निकलकर सामने आई। पता चला कि रेलवे स्टेशन पर यह सौदा होने वाला है। प्रिंस को जब सच्चाई का पता चला तो उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस हरकत में आई और एक टीम बाराबंकी रेलवे स्टेशन पहुंची।
गुजरात के व्यक्ति की करानी थी शादी
आरोपी चंद्र राम वर्मा का एक परिचित रामू गौतम गुजरात में रहता था। वहीं के एक शख़्स साहिल पंचा की शादी नहीं हो रही थी। फर्जीवाड़े में माहिर चंद्र राम वर्मा ने अपनी ही बहू की तस्वीर भेज दी। फिर 80 हजार में सौदा तय किया। सौदा होने से पहले पुलिस मौके पर पहुंच गयी। स्टेशन पर पुलिस ने तीन महिलाओं समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया। मगर आरोपी चंद्र राम वर्मा और उसका सहयोगी रामू गौतम अब भी फरार है। अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि इन दोनों को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी।