भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष 21, 22 जून को लखनऊ में, महीने भर में दूसरे दौरे को लेकर अटकलें तेज

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर BJP ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष 20 दिन के अंदर दूसरी बार दो दिन के दौरे पर एक बार फिर लखनऊ आ रहे हैं। वह 21 और 22 जून को लखनऊ में संगठन और सरकार के लोगों के साथ बैठक करेंगे।

बीएल संतोष के यूपी दौरे के सियासी मायने
बीएल संतोष का लखनऊ दौरा पहले से तय है, लेकिन इस दौरे को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। क्योंकि, पहली बार 31 मई को जब बीएल संतोष लखनऊ आए थे, तब सरकार के मंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात की थी। इस मुलाकात ने सरकार के अंदर बेचैनी पैदा कर दी थी।

इसके अलावा, बीएल संतोष ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा समेत 12 से ज्यादा मंत्रियों से मुलाकात की थी। उन्होंने मंत्रियों से सरकार के कामकाज और संगठन से तालमेल को लेकर सवाल पूछे थे।

दैनिक भास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक, बीएल संतोष इस बार भी न सिर्फ संगठन की बैठक करेंगे, बल्कि सरकार के मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। संतोष सरकार के उन मंत्रियों से मिलेंगे, जिनसे पिछली बार मुलाकात नहीं हो पाई थी।

बीएल संतोष के दौरे का हो रहा है असर

बीएल संतोष के पिछले दौरे का असर भी दिखाई दे रहा है। संगठन और सरकार में खाली पड़े पदों को भरने की चर्चा संतोष ने की थी। अब इन पदों को भरने की कवायद शुरू हो चुकी है। अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग और पिछड़ा आयोग की सीटों को भर दिया गया है और जल्द ही आयोग और निगमों के साथ ही संगठन के सभी पदों को भर दिया जाएगा।

संतोष ने बैठकों के बाद अपनी रिपोर्ट दिल्ली नेतृत्व को दी थी और उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद दो दिनों का दिल्ली दौरा कर प्रधानमंत्री मोदी समेत गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की थी।

2022 में BJP की दोबारा जीत का मंत्र

बीएल संतोष ने अपने पिछले दौरे पर मंत्रियों के साथ मुलाकात में 2022 विधानसभा में बड़ी जीत के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने, खाली पड़े निगमों/आयोगों को जल्द भरने को लेकर बात की थी। बीएल संतोष से मुलाकात के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “संगठन को मजबूत करने को लेकर यह बैठक हुई है। 2022 में अच्छे बेहतर परिणाम आएं। इसके लिए संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने को लेकर यह बैठक थी।”

मंत्रियों से मुलाकात में कार्यकर्ताओं की नाराजगी का मुद्दा भी उठा था

भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पिछली बैठक में कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर भी मंत्रियों से चर्चा हुई थी और नाराजगी कैसे दूर हो सकती है, इस पर राय भी मांगी गई थी। मंत्री अपने साथ कामकाज का ब्योरा लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया था कि सरकार की तरफ से कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और संगठन के असहयोग से कार्यकर्ताओं में असंतोष और नाराजगी है। यूपी में विधानसभा का चुनाव करीब हैं। ऐसे में कार्यकर्ताओं की नाराजगी पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकती है।